भारत की अब और अधिक दुर्दशा नहीं देख सकता: पूर्वांचल गांधी

परम प्रतिष्ठा '                                   8 मई 2024
"महामहिम राष्ट्रपति"

'महोदया '
" भारत की अब और अधिक दुर्दशा नहीं देख सकता"

हमारे सामने "हिंदुत्व" की "धारीदारआरी"खड़ी है भारत रूपी शरीर को दो टुकड़ों में करने के लिए' इस आरी को उन लोगों ने बनाई है जो स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के साथ थे.
जीवन'संविधान' एकता के लिए क्या हमारी पीढ़ी रत्ती भरभी सच"नहीं बोल सकती.
झूठ"हिंसा' बेरोजगारी' गरीबी' महंगाई' नफरत' पैदा करने वाली इस व्यवस्था को अब और अधिक नहीं सह सकता. इसलिए सत्ता के विरुद्ध खड़ा हूं. क्योंकि प्राण की रक्षा मेरा मौलिक अधिकार है इसलिए सरकारa Z+प्लस सुरक्षा दे

'महोदया '
मुझे गोडसे का भारत नहीं चाहिए जिसके खाते में मात्र हिंसा दर्ज है.मुझे बुद्ध कबीर नानक रविदास विवेकानंद सावित्रीबाई गांधी के सत्य अहिंसा स्वराज"भगत सिंह का समाजवाद" अंबेडकर का संविधान"चाहिए.स्वतंत्रता संग्राम का उद्देश्य था आजादी"अंग्रेजों से,साथ ही बलशाली' सक्षम'पूंजीपतियों से शक्तिहीन' गरीब' कमजोर लोगों की.

15अगस्त 1947 हमें अंग्रेजी गुलामी से आजादी मिली. 5 माह 15 दिन उपरांत गांधी को गोडसे ने गोली मार दी. गोडसे समझता था गांधी को गोली मारी है सच यह था कि उसने भारत के सीने पर गोली चलाई.विदेश से आने वाले पत्रों पर गांधी का पता 'गांधी भारत' लिखा होता था.इतिहास के हर शोधार्थी को गांधी पर एक शोध करना चाहिए. सत्य अहिंसा की पूरी ताकत से यह कहने की कोशिश कर रहा हूं कि हिंसा में खप रही दुनिया को भारत दिशा देगा नेतृत्व करेगा क्योंकि आयुध एवं परमाणु हथियार बहुतों के पास है सत्य"अहिंसा' का अद्वितीय हथियार तो केवल भारत के पास है. 

गांधी फिर मारा जाएगा क्योंकि गांधी के हत्यारे गोडसे हिंसा मार्गी है.सत्ता के बाहर भी हैं और भीतर भी.

भारत में हिंदुत्व'नहीं था और न हीं हिंदुत्व के हुड़दंगाई थे. न जाने किस अमनुष्य ने इसका आविष्कार किया? वैदिक एवं महाकाव्य कालीन लोगों को हिंदू' शब्द की जानकारी नहीं थी. जुबाने हिंदवी' के उपरांत ही हिंदी'हिंद'शब्द प्रविष्ट हुआ है.हिंदू शब्द की उत्पत्ति का समय तय करना आने वाले शोध पर निर्भर है परंतु इतना निश्चित है कि वेद'उपनिषद महाकाव्य' और सातवीं शताब्दी तक लिखे ग्रंथो में हिंदू' हिंदुत्व' शब्द नहीं मिलता.हिंदू एवं हिंदू राष्ट्र"शब्द ने पोस्ट इंडिपेंडेंस में भारत की इतनी छति पहुंचाई है जिसकी भरपाई के लिएआने वाली पीढ़ीओं को प्राण गवानी पड़ेगी.'हिस्टॉरिकल फैक्ट' यह है कि जिस हिंदुत्व पर सवार होकर सरकार चल रही है इस हिंदुत्व में मुसलमान नहीं है.भगत सिंह गांधी मुसलमान के बिना जीवित नहीं रह सकते थे उनका भारत हिंदू मुसलमान का भारत था. गांधी कहा करते थे मेरे हृदय में एक तरफ मुसलमान और दूसरी तरफ दलित रहता है भगत सिंह अपनी फांसी से पूर्व मुसलमान के हाथ का बनाया खाना खाने की,वह भी स्वीपर के हाथ, इच्छा व्यक्त की. 

"महोदय"
बुद्ध गांधी भगत अंबेडकर के इस महान मुल्क का अब और अधिक पतन सहा नहीं जाता. नफरत फैलाकर सत्ता पर कब्जा करने की जो होड़ लगी है.उसको देख कर कलेजा फट रहा है इरविन के बनवाये इंपीरियल लेजिस्लेटिवअसेंबली. 'अब संसद' में पहुंचने के लिए गांधी भगत अंबेडकर का दमन कर रहे. मैं किसान पुत्र किसान हूं.दिल्ली विश्वविद्यालय का सुधार्थी हूं मैंने इतिहास पढ़ा है.आजादी' हिंदू' हिंदुत्व'हिंदूराष्ट्र' स्लोगन से नहीं मिली है बल्कि मदन लाल ढींगरा भगत सिंह सुखदेव राजगुरु बिस्मिल अशफाक रोशन राजेंद्र लाहिड़ी चंद्रशेखर आजाद उधम सिंह जैसे असंख्य की कुर्बानी का परिणाम है.

गांधी भगत सिंह अंबेडकर के भारत को बचाने के लिए 142 करोड लोगों को सत्य अहिंसा के हथियार के साथ  सड़क पर आना चाहिए. मैं यह भी चाहता हूं कि भारत का लोकतंत्र अपराधियों भ्रष्टाचार्यों बलात्कारी के हाथ में नहीं बरन किसान मजदूर के हाथ में होना चाहिए क्योंकि किसानों ने हमें जीवित रखा है,मजदूरों ने जमीन के ऊपर भारत को खड़ा किया है.

डॉ संपूर्णानंद मल्ल                           पूर्वांचल गांधी
9415418263  snm.190907@yahoo.co. in

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