लखनऊ 24 जुलाई। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने मणिपुर की शर्मनाक एवं हृदय विदारक घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आजाद हिन्दुस्तान के इतिहास में कहीं भी इस प्रकार का कृत्य देखने को नहीं मिला परंतु देश का दुर्भाग्य है कि हमारे प्रधानमंत्री ने ऐसी घटना का संज्ञान ही नहीं लिया। उन्होंने कहा कि जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस सन्दर्भ में सख्त टिप्पणी की तब अपने पुराने जुमलों की तरह प्रधानमंत्री ने यह अवश्य कह दिया कि कोई भी अपराधी बख्शा नहीं जायेगा।
श्री राय ने कहा कि विपक्ष के दल लगातार माननीय प्रधानमंत्री से सदन में मणिपुर घटना पर वक्तव्य देने की मांग कर रहा है परन्तु सत्ता पक्ष लगातार ऐसे नियम के अंतर्गत चर्चा का बहाना कर रहा है जिसमें प्रधानमंत्री वक्तव्य देने से बच जाएं। लोकतंत्र के इतिहास में यह घटना बदनुमा दाग है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के अन्य मंत्रियों एवं सदस्यों के द्वारा मणिपुर की घटना से आम जनता का ध्यान हटाने के लिए बंगाल और राजस्थान जैसी घटनाओं का जिक्र किया जा रहा है जो लोकतंत्र की शुचिता का स्पष्ट रूप से हनन है।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा कि केन्द्र सरकार ने अपने 9 वर्ष के इतिहास में महिला सुरक्षा के नाम पर केवल जुमलेबाजी की है। चाहे उन्नाव की घटना रही हो अथवा हाथरस की, सभी जगह अपराधियों और दबंगों का ही पक्ष सरकार ने लिया है। जब माननीय न्यायालय का दबाव पड़ा तभी अपराधियों की गिरफ्तारी संभव हो सकी है।
बेटी बचाओं बेटी पढाओं का नारा देकर सत्ता में आयी केन्द्र सरकार ने अपने प्रथम कार्यकाल के प्रारम्भ में ही बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय मेें निहत्थी छात्राओं पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज कराया था और हमारे प्रधानमंत्री घटना वाले दिन बनारस में ही मौजूद थे। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने सभी घटनाओं का भली प्रकार संज्ञान लिया है और 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प कर लिया है। अहंकार में डूबी हुयी इन डबल इंजन सरकारों का अंत निश्चित है।
(सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी)
प्रदेश प्रवक्ता
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