राजकीय मेडिकल कॉलेज हरका(रामपुर) के निर्माण कार्यों का डीएम ने किया निरीक्षण


निर्माण कार्यों में प्रयोग होने वाली सामग्रियां मानक के अनुरूप तथा उच्च स्तरीय हो।:-डीएम*

*निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराऐं।:-डीएम*
 *कुशीनगर* 

जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा आज मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी के साथ राजकीय मेडिकल कॉलेज हरका(रामपुर) के निर्माण कार्यों  का निरीक्षण किया गया। 

 जिलाधिकारी द्वारा 3 फ्लोर में बारी बारी से प्रत्येक कमरों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग तथा कार्यदायी संस्था के अवर अवर अभियंता से एकेडमिक ब्लॉक, पार्किंग एरिया ,कंप्यूटर रूम ,मल्टी प्रयोज्य लाइब्रेरी ,हिस्टोलिजी लैब रूम, पाथवे, फाउंटेन, स्मार्ट बोर्ड, विद्युत कार्य, ड्रेनेज सिस्टम की सुविधा, टीचिंग स्टाफ रूम, फायर व प्लंबिंग कार्य,जलजमाव से निजात के कार्य, कांफ्रेंस हॉल और कक्षाओं के बारे में जानकारी ली। जिस पर सहायक अभियंता के द्वारा बताया गया की राजकीय मेडिकल कॉलेज में चार लैब/ प्रयोगशालाए होंगी, नीचे 2 लाइब्रेरी होगी और प्रत्येक फ्लोर पर लेक्चर की कक्षाएं होंगी, कंप्यूटर रूम ठीक बगल में स्थित रहेगा तथा अन्य पाठन से संबंधित कक्षाएं प्रत्येक फ्लोर पर स्थित होगा। विद्युत कार्यों के लिए ई.एस.पी. संस्था द्वारा कराया जा रहा है जिसपर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि स्विच, तार, केबल, ए.सी. आदि कार्य मानक के अनुरूप हो। 

तत्पश्चात जिलाधिकारी ने एडमिशन का प्रोसेस ,नॉन डेवलपमेंट और डेवलपमेंट प्रोग्राम, मंदिर ,पार्किंग, लिफ्ट तथा कार्य कब तक पूर्ण होगा आदि की अद्यतन स्थिति के बारे में पूछा जिस पर सहायक अभियंता व अवर अभियंता के द्वारा बताया गया की लिफ्ट प्रत्येक फ्लोर पर होगा मंदिर व पार्किंग डिजाइन के अनुसार बनाए जाएंगे, एडमिशन की प्रक्रिया नियमों के अनुरूप होंगे तथा कार्य 31 जनवरी 2024 तक के अंदर पूर्ण हो जाएगा जिस पर जिलाधिकारी ने कार्य की धीमी प्रगति पर रोष व्यक्त करते हुए सहायक अभियंता एवं उच्च अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य ससमय खत्म करें एवं श्रमिकों की संख्या बढ़ाएं। पाथवे में रंगीन कंक्रीट इंटरलॉकिंग लगाने हेतु ,स्लाइडिंग ग्लास में डीजू ग्लास की गुणवत्ता चेक कराने, लैंड स्कैपिंग का कार्य शुरू कराने , तीसरे तथा चौथे फ्लोर पर सुरक्षा के दृष्टिगत आउटर स्लाइडिंग खिड़कियों में जाली लगाने, हिस्टोलोजी लैब में सिंक, जाली में व्यवस्था दुरुस्त कराने, कांफ्रेंस हॉल में शिक्षको हेतु निर्माणित मंच की चौड़ाई बढ़ाने,फ्लोर ग्रेनाइट की सफाई कराने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कक्षाओं में लगने वाले फर्नीचर के व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली जिसपर प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज द्वारा बताया गया की फर्नीचर की खरीदारी हेतु समिति गठित की गई , जिसपर जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज में लगने वाले सभी सामग्रियों की गुणवत्ता मानक के अनुरूप हो, इसकी जांच के लिए  मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया । 

अग्नि से बचाव हेतु अपनाए गए सुरक्षात्मक निर्माण कार्यों की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया गया की पानी के टैंक का कनेक्शन प्रत्येक फ्लोर पर कक्ष के अनुरूप हो तथा फायर अलार्म हमेशा क्रियाशील अवस्था में रहे। ड्रेनेज की व्यवस्था व जलजमाव की समस्या भविष्य में न आने पाए इसके लिए लेखपाल और कार्यदायी संस्था के जेई से सर्वे कराकर उचित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया ।उन्होंने कहा की प्रत्येक फ्लोर पर वाश रूम आदि की उचित व्यवस्था होनी चाहिए , जो सामग्रिया यथा सीमेंट, सरिया, मोर्टार , प्लंबिंग (नल, सिंक), ए.सी. स्विच, पंखे, फर्नीचर, विंडो ग्लास , ग्रेनाइट, मार्बल्स स्विच, पावर प्लक आदि मेडिकल कॉलेज के निर्माण में लगाई जा रही हो वह नियमों तथा मानक के अनुकूल उच्चस्तरीय हो तथा इसकी ड्यूरेब्लिटी (टिकाऊ/ चिरस्थाई) लंबे समय तक रहे। अंत में जिलाधिकारी द्वारा कार्यदायी संस्था और लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्माण कार्य को ससमय पूरा किये जाने से संबंधित उच्च अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, ए ई लोक निर्माण विभाग, तथा संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
 *दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ