मुझे संविधान' चाहिए क्योंकि उसमें हमारे जीवन' सुरक्षा की गारंटी है"

8 जनवरी 2024
"प्रधानमंत्री जी"
"मुझे संविधान' चाहिए क्योंकि उसमें हमारे जीवन' सुरक्षा की गारंटी है" 

"जीवन' मानवता' एवं संविधान को जीवित रखिए ताकि आने वाली पीढ़ियां महसूस कर सकें कि इस "महान मुल्क" में एक "महान संविधान"है जो लाइफ' ह्यूमैनिटी' यूनिटी' फ्रेटरनिटी' की गारंटी देता है"

'अयोध्या में अंधविश्वास पाखंड के नाम पर हर दिन जो पैसा खर्च हो रहा है वह 5 किलो अनाज पर जीवन की तलाश करने वाले 80 करोड़ निर्धन, 22 करोड़ कुपोषितों के पेट का आहार है' 

आधुनिक युग,यूरोप 14वीं 15सदी 'रेनेसा' एवं भारत 19वीं सदी स्वामी दयानंद राजा राम मोहन रॉय सावित्री बाई विवेकानंद, के उपरांत, इतिहास में पन्ने में इस तरह का पाखंड अंधविश्वास किसी शासक तो दूर किसी व्यक्ति द्वारा किए जाने का प्रमाण नहीं मिलता'

प्रधानमंत्री जी यह भी भूल गए क्या कि यह देश भगत सिंह के समाजवाद'गांधी के सत्य अहिंसा एवं स्वराज'और अंबेडकर के संविधान'का है वे न होते तो आप अंधविश्वास एवं पाखंड के महासागर में इस महान मुल्क को डुबोने लाइक न  होते और न मैं क्रिटिक'एवं एजीटेशन'लायक वंचता। 

सत्य'अहिंसा 'की पूरी ताकत से यह कहना चाहता हूं कि जब मैं लोगों के बीच आपके 9 वर्ष 8 मांह की सत्ता में नजरों के सामने सड़क पर हुई हिंसा बलात्कार बेरोजगारी गरीबी महंगाई विषमता डेमोक्रेसी एवं कांस्टीट्यूशन का पतन पाखंड अंधविश्वास के सच को उद्घाटित करूंगा तो आपकी हुकूमत यूं ही दम तोड़ देगी।  इसलिए अपनी सत्ता की भूख मिटाने के लिए इस देश"एवं संविधान"का पतन बंद करिए ।100 करोड़ कंगाल'गरीब'निर्धन'के जीवन की हिफाजत करिए। जो कुछ हो रहा है वह बिल्कुल अच्छा नहीं है।

प्रतिलिपि:-- महामहिम राष्ट्रपति माननीय गृह मंत्री
पूर्वांचल गांधी
9415418263

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