*कुशीनगर*
किसानों के सशक्तिकरण और उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए मोदी सरकार ने पिछले दस वर्षों में जितने कार्य किए हैं, उतने पहले कभी नहीं हुए। मोदी सरकार की कृषि हितैषी योजनाएं आज किसानों की असली शक्ति बनी है। किसानों, पिछड़ों, गरीबों, शोषितो और वंचितों को सम्मान, स्वाभिमान और उनको समाज में बराबरी का दर्जा देने का काम मोदी सरकार लगातार कर रही है।
यह बातें भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने रविवार को जनता इण्टर कालेज रामकोला में आयोजित अन्नदाता किसान सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता कहा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत दुनिया का सिरमौर बन जाएगा। देश को समृद्धशाली व गौरवशाली बनाने के लिए भाजपा के पक्ष में मतदान करना जरूरी है। भाजपा सरकार ने किसानों को सम्मान निधि देकर उनकी उपज दोगुनी करने के साथ ही एमएसपी पर खरीद शुरू की।केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारे किसानों के विकास के लिए नई-नई तकनीकों के माध्यम से दिशा और दशा बदलकर कृषि प्रधान देश की प्रथम पायदान पर लाना चाहती है। जितना कार्य और सुविधाएं किसानों के लिए हमारी सरकारों ने दिया और निरंतर दे रही है वह यदि विगत सरकारों ने किया होता तो आज अन्नदेवता और उसका परिवार सम्पन्न और खुशहाल होता। मोदी सरकार किसानों की खुशहाली और समृद्धि के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
सांसद विजय कुमार दूबे ने मोदी सरकार द्वारा किसान हित में किए गए कार्यों को गिनाते हुए कहा कि किसान नेता चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न सम्मान देकर मोदी सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह किसानों की सच्ची हितैषी है।
सम्मेलन को लोकसभा प्रभारी नरेन्द्र मणि त्रिपाठी, सांसद विजय कुमार दूबे, जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, रामकोला विधायक विनय प्रकाश गोंड, खड्डा विधायक विवेकानंद पाण्डेय,हाटा विधायक मोहन वर्मा ने भी सम्बोधित किया।
सम्मेलन की अध्यक्षता और आभार ज्ञापन किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष अजय राय तथा संचालन जिला महामंत्री विजय शंकर तिवारी ने किया।इस अवसर पर राधेश्याम पाण्डेय, हरिशंकर राय, सन्तोष दत्त राय,शत्रुघ्न शाही, सतीश चौधरी, जितेन्द्र सिंह, आलोक तिवारी,राधेश्याम दीक्षित, मोहन प्रसाद खरवार, मंशा पाण्डेय,किसान मोर्चा के मण्डल अध्यक्ष दिनेश जायसवाल, बीरेंद्र तिवारी,अनुप श्रीवास्तव, अजय गोविंद राव शिशु,निशांत शुक्ल सहित किसान मोर्चा के पदाधिकारी और सैंकड़ों किसान मौजूद रहे।
*दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*
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