दुग्री ( लुधियाना )
किसी लेखक ने कहा था " मर जाए शरीर , पर मत मरें संवेदनाएं कभी " ......गजानन माधव *मुक्तिबोध* ये पंक्तियां लुधियाना के अर्बन बिहार की घटना को देखकर आज मेरे मन में हुक (दर्द) सी वेदना दे रही हैं की आखिर हमारी सरकारें और हमारा भारतीय प्रशासकीय समाज कहां और किस ओर जा रहा है ? जहां एक ओर ये सरकारें जो समाज और नागरिकों की पूर्ण सुरक्षा का दावा करती हैं , धरातल पर इनके कार्य इनके वादों से पूरी तरह भिन्न होते है। इनकी संवेदनाएं पूरी तरह उदासीन और मृत होती जा रही हैं । ताजा घटना दुग्री के अर्बन बिहार फेज 1 की है जहां 02 फरवरी को एक आवारा पागल कुत्ते ने एक बाजार जा रही महिला को बुरी तरह से नोच नोच कर काटा ,जिसके बाद महिला को गंभीर सर्जरी से गुजरना पड़ा , जिसमे उनके पैर से 1 किलोग्राम से ज्यादा मांस निकालना पड़ा, वो आज भी 2 सर्जरी से गुजरने के बाद अस्पताल में जीवन संघर्ष कर रही है। जिसके बाद उक्त कुत्ते ने अन्य कई बच्चों और महिलाओं को भी अपना शिकार बनाया , दीगर बात ये रही की उक्त कुत्ते ने जिसको भी काटा , बुरी तरह काटा।
कुत्ते से तंग आकर पीड़ित मोहल्ले वासियों ने स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता जसपाल सिंह *टाइगर* के नेतृत्व में नगर निगम के कर्मचारियों सहित नगर आयुक्त से मिलकर कई दरख्वास्त दिए , और गुजार लगाई की उक्त पागल कुत्ते को जल्द से जल्द पकड़वाया जाए जिससे अन्य बच्चे और नागरिक प्रभावित न हों । लेकिन स्थानीय कमिश्नर और प्रशासन ने कोई प्रभावी कार्यवाही नही की। उक्त कुत्ते ने एक के बाद एक , 32 लोगों को काटा और अपना शिकार बनाया ।
आलम ये रहा की मोहल्ले में दूध देने आने वाले ग्वाले, काम करने वाली महिलाएं, छात्र , बूढ़े बुजुर्ग आज जाने से डरने लगे , लोग सहम सहम के जीते रहे अंत में पुनः 45 दिन बीत जाने के बाद पीड़ितों के लिए सामाजिक कार्यकर्ता जसपाल सिंह *टाइगर* आगे आए और अपने राष्ट्रीय पत्रकार मित्रों से संपर्क साधा , मदद मांगी , मामले की गंभीरता से अवगत कराया जिस पर शार्प मीडिया न्यूज एजेंसी , RTE के संपादक अंशुमान पांडेय , मशहूर पत्रकार व संयुक्त प्रेस क्लब एटा के अध्यक्ष श्रीयुत सुनील मिश्रा ,न्यूज 18 पंजाब, पंजाब केशरी के संपादक अश्विनी कुमार आदि ने मामले का संज्ञान लिया ।
और मामले पर एक के बाद एक कई खबरें प्रकाशित की और स्थानीय आप विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू से वार्ता की , वहां के स्थानीय कॉर्पोरेशन के प्रमुख शीना अग्रवाल से वार्ता की , लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी कोई समुचित समाधान नहीं निकलता देख स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता जसपाल सिंह *टाइगर ने 03 अप्रैल 2023 को अपने आवास पर राष्ट्रीय मीडिया को संबोधित करने की घोषणा की और 03 अप्रैल को कई मीडिया चैनलों की उपस्थिति में मीडिया कांफ्रेंस आयोजित किया जिसका संज्ञान लेते हुए वहां के विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू ने श्री टाइगर सिंह से मुलाकात की , स्थानीय पीड़ितों से बात की , राष्ट्रीय मीडिया की उपस्थिति में स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदारों से वार्ता की और जिम्मेदारों को समस्या का 24 घंटे के भीतर हल करने का आश्वाशन और अल्टीमेटम दिया और कहा कि कल समस्या का समाधान हो जाएगा । इसके बावजूद भी पशु विभाग के कर्मचारियों की भयंकर लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण कोई जिम्मेदार उक्त कुत्ते को पकड़ने नही आया और पुनः कई लोगों को उक्त कुत्ते ने अपना शिकार बनाया । 02 महीने से जारी इस संघर्ष में मीडिया की भूमिका केवल 15 दिनों की रही । आखिर अंत में मीडिया जीत गई, बहरी सरकार और बहरे प्रशाशकों की आंख खुल गई जब पत्रकार अंशुमान पांडेय ने कल पुनः 02 फरवरी को कुत्ते की शिकार हुई महिला के दूसरे सर्जरी के बाद की घाव की स्थिति की तस्वीर साझा की और उसको केंद्र सरकार के साथ साथ आम आदमी पार्टी और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल सहित ,भगवंत मान आदि को टैग किया और न्याय की मांग की अन्यथा की स्थिति में पत्रकार अंशुमान पांडेय और मशहूर इतिहासकार, दार्शनिक, क्रांतिकारी , शोधार्थी दिल्ली यूनिवर्सिटी के Phd डॉ संपूर्णानंद मल्ल ,ने चेतावनी दी की यदि उक्त समस्या का हल 48 घंटों के भीतर नहीं होता है , पागल कुत्ता नही पकड़ा जाता है , तो उक्त आंदोलनजीवी दिनांक 20 अप्रैल से लुधियाना स्थित शहीद भगत सिंह के चौक पर श्री टाइगर के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे। जिसका संज्ञान स्थानीय विधायक श्री कुलवंत सिंह सिद्धू ने त्वरित रूप से लेते हुए कल शाम 03 बजे , उक्त मोहल्ले में Dog Van की टीम भेजकर लिया । आखिरकार उक्त आवारा कुत्ते को डॉग वैन की टीम ने पकड़ लिया और मोहल्ले वासी ने चैन को सांस ली । सवाल ये है की एक छोटी सी नागरिक समस्या को हल करने में जिस सरकार और प्रशासन को 02 महीने का वक्त लग गया , क्या उसकी संवेदनाएं जीवित है या मर गई है ? ये गहरे सामाजिक शोध की विषय वस्तु है लेकिन आज के इस भयंकर सत्तावाद में जीने वाली पार्टियां हमारे समाज के प्रति कितनी जिम्मेदार हैं ये घटना इसकी प्रत्यक्ष साक्षी है।
कुत्ते के आतंक से मुक्त होने के बाद उक्त प्रकरण को राष्ट्रीय स्तर तक उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता जसपाल सिंह टाइगर ने स्थानीय विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू , मामले को प्रमुखता से उठाने वाले पत्रकारों , टाइम्स ऑफ इंडिया , न्यूज 18 इंडिया, पंजाब केशरी,संयुक्त संवाद , श्रीयुत सुनील मिश्रा ( अध्यक्ष संयुक्त प्रेस क्लब ) इमरान अली ( अध्यक्ष — मान्यता प्राप्त पत्रकार महासभा) सहित शार्प मीडिया न्यूज एजेंसी का आभार प्रगट किया और अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि *थैंक्स मीडिया* *थैंक्स जर्नलिस्टस*
इस मौके पर श्री सिंह ने स्थानीय विधायक से मांग की कि उनके मोहल्ले में ब्रेकर न होने की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है, जिससे बूढ़े बुजुर्गो को रास्ते चलने में बहुत दिक्कत होती है , उन्होंने अपील की की अर्बन बिहार फेज 1 में यथाशीघ्र ब्रेकर्स बनवाने हेतु सार्थक प्रयास हों
लुधियाना से अंशुमान पांडेय ( स्वतंत्र लेखक / पत्रकार 9044808070 )
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