15 अगस्त को मैं कैसे और क्यों तिरंगा फहराऊं ?: डॉ संपूर्णानंद मल्ल

"श्रीमान अध्यक्ष" '
 रेलवे बोर्ड                                
14अगस्त23
"सर्व सेवा संघ परिसर वाराणसी में गांधी विनोबा'जेपी' की"जीवित स्मारक"क्यों तोड़ी गयी ? किस क्रूर एवं तानाशाह के आदेश से हिंदुस्तान के सीने पर बुलडोजर चला ?
15 अगस्त 23 को Gm कार्यालय  गोरखपुर पर दिन में 11 बजे से 2 बजे तक "काली पट्टी" सत्याग्रह करूंगा। 2 बजे  श्रीमान महाप्रबंधक" को ज्ञापन दूंगा।

"अध्यक्ष जी"
15 अगस्त को मैं कैसे और क्यों तिरंगा फहराऊं? गांधी विनोबा और जे पी पर बुलडोजर चलाने वालों ने तिरंगे पर हाथ लगाने का हक खो दिया है। निर्जीव बुलडोजर को नियंत्रित करने वाला आपका संजीव हाथ लपकते लपकते भारत के सीने को बुलडोज करने लगा। मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता मैं दुख एवं क्रोध से भर चुका हूं ।

"अध्यक्ष जी"
मैं दुख' एवं क्रोध'में हूं इसलिए मैं 'सत्यपथ' गोविंद नगरी बसारतपुर  PS शाहपुर गोरखपुर, जो  सत्य'अहिंसा'हिंदू मुस्लिम मोहब्बत'का प्रतीक,है पर तिरंगा नहीं फहराऊंगा। जब से भवन बना है (2020) तब से यंहा तिरंगा'अनपढ़' गरीब' दूसरे का मैला साफ करने वाले, हिंदू मुस्लिम एकता का पैगाम प्रसारित करने वाले 'यासीन' स्वीपर,जो तिरंगे के बारे में नहीं जानते थे,जिनको मैं दिल से भाई स्वीकार करता हूं, फहराते हैं, जिसमें मैं सहयोग करता हूं।

"अध्यक्ष जी "
GM,NER,GM गोरखपुर UPSC की परीक्षा पास करके आए हैं उनसे यही पूछना चाहता हूं क्या  पद पर बने रहने के लिए हिंदुस्तान पर बुलडोजर चलवा देंगे? एक स्थानांतरण का इतना भय? सोचिए, आजादी के लिए फांसी एवं जेल में सड़ने वालों के दिल पर क्या गुजरा होगा? संविधान में मौलिक अधिकार के साथ मौलिक कर्तव्य भी दिया गया है जिसमें स्वतंत्रता संग्राम के उच्च आदर्शों की हिफाजत करना भी है।

"अध्यक्ष जी"
गांधी ने 9अगस्त 1942 को भारत छोड़ों आंदोलन प्रारंभ किया। ग्वालिया टैंक"मैदान मुंबई के कांग्रेस अधिवेशन में 'भारत छोड़ो" का नारा दिया गया उसकी अध्यक्षता मौलाना अबुल कलाम आजाद" कर रहे थे, "भारत छोड़ो नारा "यूसुफ मेहर अली"ने रचा था। फिरंगी हुकूमत ने 9 अगस्त को गांधी को गिरफ्तार कर आगा खा पैलेस  पुणे जेल में डाल दिया। जे पी नारायण राम मनोहर लोहिया भूमिगत  रेडियो संचालित कर रहे थे। क्रूर हुकूमत ने जेपी बाबू को गिरफ्तार कर पटना जेल में ठूस दिया। विनोबा भावे जो दूसरे गांधी थे उनका प्रत्येक सांस गुलामी से मुक्ति"का था। लाल बहादुर शास्त्री को 18 अगस्त को जेल में डाल दिया गया।
 
"अध्यक्ष जी'
भारत" मदन लाल ढींगरा"राम प्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्ला खान' रोशन सिंह' राजेंद्र लाहिड़ी' चंद्रशेखर आजाद' भगत सिंह' सुखदेव' राजगुरू बटुकेश्वर दत्त शिव वर्मा गांधी पटेल नेहरू विनोबा भावे सुभाष चंद्र बोष जय प्रकाश नारायण राम मनोहर लोहिया जैसे असंख्य लोगों के कुर्बानी और सत्याग्रह का परिणाम।

"अध्यक्ष जी" 
गांधी विनोबा जेपी स्मारक गिरना स्पष्टतः ब्रिटिश साम्राज्यवादी' एवं तानाशाही हुकूमत का प्रमाण है।आजादी के 75 वर्ष बाद भी रेलवे ऐसा काम कर रहा है  मानो रेल ब्रिटेन की बपौती हो।

"अध्यक्ष जी" 
इस घटना से मुझे दुख' एवं क्रोध"है । दुख इस बात का आजादी के 75 वर्ष बाद हम यहां खड़े हो गए कि गांधी बिनोवा जेपी पर ही बुलडोजर चला रहे हैं और क्रोध उनके प्रति जिन लोगों ने पद'एवं सत्ता कीभूख मिटाने के लिए यह काम किया है ।
15अगस्त 23 को NER Gm कार्यालय  गोरखपुर पर दिन में 11 बजे से 2 बजे तक "काली पट्टी" सत्याग्रह करूंगा। 2 बजे  GM सर को एक ज्ञापन दूंगा जिसमे निम्नलिखित संवैधानिक मांगे होंगी:---

■ रेलवे ,गांधी विनोबा जेपी का स्मारक पुनः बनवाये
■ जिसने हिंदुस्तान के सीने पर बुलडोजर चलवाया है उससे पूछा जाए कि उसने ऐसा क्यों किया है? और देश को बताया जाए
■ रेल में प्रथम श्रेणी द्वितीय श्रेणी तृतीय श्रेणी AC" स्लीपर' रिजर्वेशन एवं किराया'समानता"स्वतंत्रता" के मौलिक अधिकार की हत्या है। किराया"हर किसी से उसके समानता का मौलिक अधिकार छीन लेता है। उदाहरण देता हूं 80 करोड़ ऐसे लोग हैं जिनके पास एक रूपए भी नहीं है। पैसे के अभाव में कहीं आने जाने की स्वतंत्रता उनसे छीन ली गई है। न्यूनतम किराया 30 रु क्यों ? कुछ वर्ष पूर्व ₹10 में 52 किलोमीटर की यात्रा, जब हम आज से गरीब थे, हो जाती थी आज देश धनी हो गया है और 52 किलोमीटर के लिए ₹ 30-35रु किराया क्यों ? यात्री किराया समाप्त करें सभी लोगों के लिए एक समान ट्रेन की व्यवस्था हो।अमीर- गरीब प्रधानमंत्री-ग्रामप्रधान सभी एक प्रकार की ट्रेन में यात्रा करें। रेलवे सार्वजनिक संचार"है, इसका निर्माण पैसा कमाने के लिए नही वरन free यात्रा के लिए लोगों ने अपनी जमीन"अपनी कमाई टैक्स दिया। मजदूरों ने अपने श्रम से रेल खड़ा किया है। सरकार किराया बढ़ाकर लोगों की चमड़ी उधेड़ रही है।
■पुरानी पैसेंजर' मेल' ट्रेने जो आपने बंद कर दी है यथावत एवं पूर्ववत किराए पर (लॉकडाउन पूर्व) चलाएं
■मेल ट्रेनों में स्लीलर क्लास की आधी बोगियां AC क्लास में क्यों परिवर्तित की?असंवैधानिक'अमानवीय'अपराधिक' "है। 21 मई को पहलवानों के साथ एक दिवसीय अनशन के उपरांत गोरखधाम ट्रेन से लौटते समय मैं अधमरा हो गया।बोगी में बच्चे वृद्ध महिलाएं कराहते रोते रहे। आदमी के ऊपर आदमी चढ़ा हुआ था। मेरे रिजर्व सीट पर 6 लोग थे। बाथरूम में यात्री घुसकर कर अंदर से बंद कर लिए थे। सिक्योरिटी के सिपाही एवं टी टी गोंडा  में दिखाई दिए। 20 मई को गोरखधाम से दिल्ली जाते समय पत्रकार बंधुओं के साथ स्लीपर बोगी में मैं भूसे की तरह भर कर दिल्ली पहुंचा। नीचे के रिजर्व वर्थ पर 4 लोग बैठे थे।।जब इसका कारण जानना चाहा तो पता चला रेलवे ने स्लीपर क्लास की आधी बोगियां समाप्त कर उसे AC क्लास में बदल दीं हैं? जीवन' मानवता' लोकतंत्र' संविधान' का पतन करते समय आप  मानव एवं संविधान दोनों भूल जाते हैं

■गोरखपुर से दो AC ट्रेन प्रतिदिन "कुशीनगर गणतंत्र एक्सप्रेस" दिल्ली तक  एवं "रामप्रसाद बिस्मिल शहादत एक्सप्रेस" मुंबई के लिए चलाई जाए जो फ्री हो।

■रेलवे का रत्ती"भर निजीकरण संविधान  की मूल मंशा की हत्या है क्योंकि प्रिंबल ऑफ़ कॉन्स्टिट्यूशन"में समाजवादी" शब्द का उल्लेख है "निजी"शब्द का नहीं है। रेलवे के जितने भाग का निजीकरण किया गया है उसका पुनः सार्वजनीकरण।कर दें।
■NER में खाली पड़ी जगह पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।
रेलवे "सार्वजनिक संचार"है,इसका निर्माण पैसा कमाने के लिए नही वरन free यात्रा के लिए लोगों ने पैसे जमीन दिये मजदूरों ने श्रमकर"  रेल को खड़ा। विभिन्न सरकारों ने सरकारों किराया बढ़ाकर लोगों की चमड़ी उधेड़नी चालू कर दी। इस सरकार ने लॉकडाउन के उपरांत किराए में तीन गुने की वृद्धि कर दी।
30 दिन के अंदर उक्त संवैधानिक मांगे मान ली जाए अन्यथा उसके उपरांत जो सत्याग्रह करूंगा उसके लिए रेल प्जिम्मेदार होगा।

संपूर्णानंद मल्ल                     सत्यपथ  गोरखपुर
9415418263,,9415282102
snm.190907@yahoo.co.in

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