गन्ना किसान संस्थान द्वारा विशेष प्रशिक्षण अभियान

गन्ना किसान संस्थान द्वारा विशेष प्रशिक्षण अभियान
गन्ने की उत्तपादकता और किसानों की आय बढ़ाना ही संस्थान का मूल उद्देश्य-डॉ ओ पी गुप्ता।
देवरिया।।
जनपद के तरकुलवा विकास खण्ड के  बरवा सेमरा में आयोजित कृषक गोष्ठी में गन्ना कृषकों को शरद कालीन गन्ने की वैज्ञानिक खेती, गन्ने के साथ सह फसली खेती, ट्रेंच विधि से लाभ, गन्ने की प्रजातियां, गन्ना फसल सुरक्षा, तथा गन्ना विकास के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी गयी।
प्रदेश गन्ना किसान शोध संस्थान एवं प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच, गोरखपुर द्वारा विशेष प्रशिक्षण अभियान के तहत आयोजित गोष्टी में संस्थान के सहायक निदेशक ओमप्रकाश गुप्ता ने बताया कि गोष्ठी का उद्देश्य गन्ने की उत्पादकता एवं चीनी परता बढ़ाने व कृषकों की आय बढ़ाने का है। प्रत्येक चीनी मिल परिक्षेत्र में शरदकालीन गन्ना बुआई के लिए गांव गांव में गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। चीनी मिल के प्रधान प्रबन्धक गन्ना तथा ज्येष्ठ गन्ना विकास  निरीक्षक प्रशिक्षण स्थल का चयन कर रहे हैं। सह फसली खेती का फोटो ग्राफ दिखा कर समझाया जा रहा है। सेवरही गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिक डा0 केपी सिंह ने बताया कि अभी तक शोध संस्थान द्वारा गन्ने की 49 प्रजातियां विकसित की जा चुकी हैं। सबसे अधिक उपज एवं चीनी परता देने वाली प्रमुख प्रजातियां को.शे. 13452, 11453, 8452, 92423, 1434, 95422 आदि प्रजातियां किसानों में बेहद लोकप्रिय रही हैं। एक प्रजाति विकसित करने में लगभग 8 वर्ष लग जाते हैं। उप गन्ना आयुक्त देवरिया परिक्षेत्र एपी सिंह द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन में विशेष रुचि लिया जा रहा है। सेवरही गन्ना शोध संस्थान के कीट वैज्ञानिक डा0 वीके मिश्रा ने  कहा कि ट्राइको कार्ड, ट्राईकोडर्मा, जैविक उर्वरक की उपलब्ध है। जिला गन्ना अधिकारी देवरिया धनीराम, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक दिलीप कुमार ने किसानों को सुझाव व जानकारी दी। अनुज कुमार व गन्ना प्रबन्धक इस अवसर पर माया शंकर राव, सुदामा यादव, राजकुमार खरवार, आनन्द सिंह, अरविंद सिंह, सुधांशू मिश्रा, पवन साहनी, लोरिक यादव आदि मौजूद रहे।।                            दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट।

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