हर नागरिक को यहां पर इज्जत मिलती है जो संविधान में लिखा है मैं भी 6 महीने से किसी पार्टी में नहीं हूं लेकिन मुझसे कोई पार्टियां नहीं कहती ना मुझे दबाव में डालती हैं मैं किसी के खिलाफ कोई बयान नहीं देता गुलाम नबी आजाद यह ड्रामा कर रही हैं अपने आप को चमकाने के लिए से पहले जब कश्मीरी पंडितों पर जुलम होते थे तब इन्हें नहीं दिखता था आज ही दिख रहा है मैं आज तलक कोई भी धर्म और जाति का हो हमने किसी को गलत नहीं कहा तथा भारत सरकार को गुलाम नबी आजाद से यह पूछना चाहिए भारत में रहने वाले को हर नागरिक को अपनी बात रखने की इजाजत दी जाती है पक्का मुसलमान वही है जो किसी के जात धर्म पर कोई बयान न दे वही है ईमान वाले जो भूखे को रोटी खिला दे प्यासे को पानी पिला दे लेकिन गुलाम नबी आजाद साहब को ऐसे बयान नहीं देना चाहिए
0 टिप्पणियाँ