गांधी की समाधि"राजघाट पर 22 जनवरी से सत्यग्रह प्रारंभ करूंगा

"मकर संक्रांति" 14 जनवरी 2024
"महामहिम राष्ट्रपति  महोदया"

"हमें काम दो ताकि हमारी गरीबी मिट सके, हमें पेंशन दो ताकि हम बुढ़ापे में खा सके, हमारी शिक्षा चिकित्सा न्याय निशुल्क करो ताकि हम शिक्षित हों बीमारी में दवाई पा सकें। न्याय पा सकें। आपसे हमने मंदिर नहीं मांगी मदिरालय नहीं मांगी एक्सप्रेसवे इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं मांगी वंदे भारत नहीं मांगा हमें जीवन' शिक्षा' और न्याय" की गारंटी दो क्योंकि संविधान इसकी गारंटी देता है। यदि ऐसा नहीं कर सकते तो सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं, सत्ता छोड़ दो आपने पत्थर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए हमसे वोट नहीं मांगा था" 

"मा"प्रधानमंत्री द्वारा अयोध्या में किये जा रहे 'अपराध' का पतन चाहता हूं। जब मैं अपराध की बात करता हूं तो मेरा आशय,पीएम के पाखंड अंधविश्वास के कारण 5 किलो अनाज में जीवन की तलाश करने वाले कंगाल एवं 22 करोड़ कुपोषित के जीवन का पतन"।

गांधी की समाधि"राजघाट पर 22 जनवरी से सत्यग्रह प्रारंभ करूंगा। 


"राम"'सांस है,'मंदिर मूर्ति नहीं"जब सांस बंद हो जाएगा  हम मर जाएंगे"


भारत" हमारा कलेजा हैं ।200 वर्षों की गुलामी से आजादी  के लिए लड़ी गई लड़ाई में वक्त खां" बहादुरशाह' 'नाना साहब' तात्या टोपे' अजीमुल्ला शाह' रानी लक्ष्मीबाई' उनके तोपची गैस खां  बेगम हजरत महल' फैजाबाद के मौलवी अहमदुल्लाह' बिहार के कुंवर बहादुर' इलाहाबाद के लियाकत अली"मदन लाल ढींगरा 'पंडित राम प्रसाद बिस्मिल अशफ़ाक उल्ला खान'' रोशन सिंह' राजेंद्र लाहिड़ी' चंद्रशेखर आजाद' रानी गड़नलू 'भगत सिंह' सुखदेव' राजगुरु'  उधम सिंह' जैसे असंख्य की "फांसी का फल" है ।यह"मा• पीएम के पाखंड' अंधविश्वास' राम'' वाल्मीकि' अहिल्या' निषाद राज सेवरी 'अल्लाह' पैगंबर मोहम्मद  पंडित' पुजारी' मुल्ला 'मौलाना' पोप' पादरी 'पाखंड' का परिणाम नहीं है।


महोदय' 

मैं इतना ही पूछना चाहता हूं कि क्या मदन लाल ढींगरा भगत सिंह सुखदेव राजगुरु बिस्मिल अशफ़ाकउल्ला रोशन उधम सिंह फांसी का फंदा इसलिए चुमा था कि हमारी आने वाली पीढ़ियां अयोध्या में पत्थर के मंदिर वह मूर्ति में प्राण डालेंगीं? मस्जिद का निर्माण कराएंगी ?क्या इन बहादुरों ने अंग्रेजों से स्वतंत्रता की लड़ाई इसलिए लड़ी थी कि नरेंद्र मोदी जैसा कोई  PM"लोगों के जीवन  एवं प्राण की कीमत पर सत्ता की भूख मिटाने के लिए इस महान राष्ट्र का कत्ल कर देगा"? यदि नहीं तो इसे बंद करें। भारत" बुद्ध कबीर नानक रहीम दयानंद राजा राम मोहन रॉय ईश्वर चंद्र विद्यासागर सावित्रीबाई ज्योतिबा फुले विवेकानंद भगत सिंह गांधी अंबेडकर आदि के सत्य अहिंसा मानवता की धरती है। इन्होंने अंधविश्वास पाखंड का खंडन किया। नरेंद्र मोदी इसका मंडन कर रहे हैं।

"महोदया"

अयोध्या में पीएम प्रतिपल 'पाप' एवं 'अपराध"संस्थित कर रहे हैं क्योंकि वहां जो पैसा खर्च हो रहा है वह खैरात पर जीने वाले 80 करोड़ कंगाल एवं 22 करोड़ कुपोषितों के पेट का हिस्सा है। अपनी सत्ता की भूख मिटाने के लिए पीएम जीवन' मानवता' महान देश' महान संविधान' महान डेमोक्रेसी' की हत्या कर रहे है ,भारत को झूठ' हिंसा'भय' बलात्कार' महंगाई विषमता'अपराध'हिंदू मुस्लिम नफरत' जातीय जहर' शराब बेचने के मुल्क'में बदल दिए हैं।


महोदया" जिस देश में 80 करोड़ कंगाल 5 किलो अनाज में अपने जीवन खोज रहे हैं 22 करोड़ कुपोषित जिसमें से आधे से अधिक बच्चे हैं की तरकारी पानी में बन रही है रोटी के स्थान पर रोटी पानी खा रहे हैं,। शिक्षा' चिकित्सा न्याय वे नहीं जानते क्या होता है? एक्सप्रेसवे' एयरपोर्ट' इंटरनेशनल एयरपोर्ट' वंदे भारत' क्या चीज है? क्या होता है? वे नहीं जानते। कुदाल चलाते चलते एवं कठोर श्रम करते करते उनके वेदम फेफड़े 50 से 55 साल की उम्र में दम तोड़ देते हैं उन्हें प्रोटीन के लिए दाल' चाहिए उन्हें ऊर्जा के लिए तेल' चाहिए परंतु यह तो उन्हें नसीब ही नहीं है। यह सब कुछ 545, 243 सांसद,41सौ लेजिसलेटिव असेंबली सदस्यों एवं कार्यपालिका ने उनसे छीन लिया है। ऐसे देश का मा"पीएम अपनी सत्ता की भूख मिटाने के लिए पत्थर में प्राण डाल रहा है। प्रस्तर मंदिर' मूर्ति एयरपोर्ट' सड़क' नाली' यज्ञशाला'आदि के निर्माण पर जीएसटी' टोल टैक्स' महंगी डीजल पेट्रोल सीएनजी गैस सिलेंडर से लोगों की चमड़ी उधेड़कर वसूले गए पैसे से कर रहा है।

महोदया" अब मैं इस "महापाप" अपराध 'को  न और देख सकता न सह सकता । मैं यही चाहता हूं कि शिक्षा चिकित्सा संचार न्याय फ्री कर दें। मैं जानता हूं कि अयोध्या में जितना रुपया इन्होंने मिट्टी में दफन किया उससे इस देश में हमेशा के लिए शिक्षा चिकित्सा न्याय संचार फ्री किया जा सकता था। 28% जीएसटी सरकारी डकैती है इसे 16% करें (हिंदू रेट ऑफ टैक्स) आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा हवा पानी (जीवन से अभिन्न)पर gst"अनुच्छेद 21 की हत्या है, समाप्त कर दें। भारी गाड़ियों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति KM करें ताकि देश में लगी"महंगाई की आग" बुझ जाय। निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स "कहीं आने जाने की हमारी स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार"(अनुच्छेद 19d) की हत्या है इसलिए  इस जुर्म को समाप्त करें। प्रत्येक वृद्धि (कृषक मजदूर )को ₹3 हज़ार प्रतिमाह पेंशन दें। वकील पत्रकार को 65 वर्ष की उम्र या मृत्यु जो भी पहले हो उतना ही पेंशन जितना विधायिका के सदस्यों को दिया जाता है। 21 जन शाम तक यदि जीवन 'राष्ट्र' संविधान रक्षा" नहीं की गई  तब भगत सिंह के' समाजवाद' गांधी के 'सत्य अहिंसा स्वराज'अंबेडकर के "संविधान"की रक्षा के लिए "गांधी समाधि"राजघाट पर 22 जनवरी से सत्यग्रह प्रारंभ करूंगा। 

आसरा आवास' एवं विश्वविद्यालय की समस्या को लेकर 22 दिन आमरण अनशन के कारण मैं अस्वस्थ हूं। अनशन के कारण जो कुछ भी होगा उसके मा•प्रधानमंत्री जिम्मेदार होंगे।

शांतिपूर्ण अहिंसात्मक सत्याग्रह में किसी प्रकार की बाधा मेरे मौलिक अधिकार की हत्या होगी। सत्याग्रह के दौरान पीने के पानी' 'शौचालय, एवं सुरक्षा के इंतजाम किये जायँ।


प्रतिलिपि:  परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय  PIL

माननीय प्रधानमंत्री गृह मंत्री रक्षा मंत्री वित्त मंत्री सड़क परिवहन मंत्री।


डॉ संपूर्णानंद  मल्ल              पूर्वांचल गांधी

9415418263

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