प्रधानमंत्री जी,हमारे हिस्से का लोकतंत्र' एवं संविधान आपने क्यों छीन लिया..?

9 AM  17 जनवरी 2024 
"माननीय प्रधानमंत्री जी"

इसके पूर्व कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस" तेंदुआ टोल प्लाजा गोरखपुर पर आपके "मनमाने टोल आदेश"उसी प्रकार तोडूं जैसे गांधी ने फिरंगियों का नमक कानून तोड़ा था" निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त कर दीजिए' एवं भरवाही गाड़ियों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति किलोमीटर कर दीजिए।

सत्य एवं अहिंसा की जितनी जरूरत निजी जीवन में है उससे अधिक सार्वजनिक जीवन में। सत्ता की भूख मिटाने के लिए विगत 22 वर्षों में,इस बेजुबान,जीवंत महान राष्ट्र भारत" के साथ जो कुछ आपने किया है उसे इतिहास अपने पन्नों में सहेज रखा है, जिसपर सत्य एवं अहिंसा की दृष्टि से जबभी आप देखेंगे तब आपके लिए क्षमा' मुश्किल होगा।

आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा हवा पानी पर जीएसटी लगाकर 80 करोड़ गरीब एवं 22 करोड़ कुपोषित के जीवन"  पर प्रहार किया। कृषितंत्र"एवं अर्थव्यवस्था"पर जीने-मरने वाले मुल्क में 28% जीएसटी लगाने के पहले आपने विचार क्यों नहीं की? भारी गाड़ियों पर 500 से ₹900 प्रति टोल टोल टैक्स" ले लेंगे तो महंगाई की आज कौन बुझाएगा कैसे बुझेगी ? इतना टोल टैक्स लेने की जरूरत क्या थी?42 करोड लोगों 545 ,243 सांसदों में से क्या किसी ने कहा था कि जीएसटी और टोल टैक्स की ऐसी महंगी दरें लगाई जाए? आप पाएंगे किसी ने नहीं कहा फिर यह मनमानी टैक्स आपने क्यों लगाया? बेरोजगारी के कारण गरीबी से बेहाल मुल्क में डीजल पेट्रोल सीएनजी एवं सिलेंडर लगभग ₹100 प्रति लीटर ₹1000 प्रति सिलेंडर बेचने की सिफारिश किसने की? किसने कहा निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स लगाकर लोगों के "कहीं आने जाने की स्वतंत्रता",जो मां से हासिल है तथा संविधान" जिसकी गारंटी देता है (19d) छीन लीजिए? शिक्षा चिकित्सा न्याय रेल संचार ऊंची कीमतों पर बाजार में क्यों बेच रहे हैं? किस मजबूरी में बेच रहे हैं? हमारा जीवन' शिक्षा चिकित्सा न्याय रेल संचार हमसे छीन कर आप अपनी एक्सप्रेसवे' इंटरनेशनल एयरपोर्ट' वंदे भारत ट्रेन'क्यों दे रहे हैं? हमारी पीठ एवं  पेट पर लात बजाकर वसूले गए टैक्स के पैसे से चुनाव में होली क्यो खेल रहे है?

अपने  सत्ता की भूख मिटाने के लिए केदारनाथ बनारस उज्जैन अयोध्या में पत्थर निर्मित मंदिर मूर्ति में प्राण डालने का अंधविश्वास एवं पाखंड किया ।संविधान के भाग 4 ए( f) नागरिकों के कर्तव्य "टू डेवलप साइंटिफिक टेंपर"की हत्या की। धार्मिक स्वतंत्रता में इस बात का उल्लेख नहीं है कि सार्वजनिक/ सरकारी संपत्ति एवं पर भारित प्रधानमंत्री" मंदिर शिलान्यास करेंगे और पत्थर की बनी मूर्तियों में प्राण डालेंगे। यह सब संविधान की हत्या है। अपने द्वारा स्थापित रामराज'जो आपके अनुसार 'हिंदू राष्ट्र"से अभिन्न है ,लोगों की गाढ़ी कमाई अयोध्या की मिट्टी में दफन  है। आप जानते हैं 22 करोड़ लोग कुपोषित है जिनकी तरकारी पानी में बनती है जिन्हें दाल नसीब नहीं है रोटी पानी से खाते हैं फिर भी आप 22 लाख दिए जला रहे हैं। 

प्रधानमंत्री जी' हमने दर्जनों पत्रों में जीएसटी 16%, (हिंदू रेट ऑफ़ टैक्स ) आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा हवा पानी पर जीएसटी समाप्त करने, भरवाही ट्रैकों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति KM, निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त''शिक्षा चिकित्सा रेल संचार और न्याय फ्री,करने की प्रार्थना की । परंतु मुझे किसी पत्र ज्ञापन का कोई उत्तर नही। 'हमारे हिस्से का लोकतंत्र' एवं संविधान आपने क्यों छीन लिया? 

प्रधानमंत्री जी' जीवन'मानवता'संविधान''की हत्या करने वाली आपकी तानाशाही सत्ता'असहनीय हो गई है मैं पुनः आपसे निवेदन करता हूं कि जीवन"एवं संविधान"की रक्षा करिए अन्यथा जब सड़क पर उतारूंगा तब भगत सिंह के समाजवाद गांधी के सत्य'अहिंसा'स्वराज' एवं अंबेडकर की संविधान' की ताकत से आपकी तानाशाही सत्ता का पतन कर दूंगा ।
 
पूर्वांचल गांधी             सत्यपथ
9415418263

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