राष्ट्रपति प्रधानमंत्री सहित तीन दर्जन से अधिक VIP की गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लगता फिर लोगो की गाड़ी पर क्यों..?

21 जनवरी 2024 
महामहिमा राष्ट्रपति" 
द्वारा
श्रीमान आयुक्त 
गोरखपुर

"महोदया'
निजी गाड़ियों पर 'टोल टैक्स"आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा पर 'जीएसटी' शिक्षा चिकित्सा न्याय रेल संचार पर शुल्क' स्वतंत्रता' मानवता  जीवन संविधान की हत्या है। यह "खुली 'बेशर्म लूट"है। मुझे कभी-कभी संदेह होता है कि कोई मनुष्यों की जाती भी ऐसा टैक्स लगा सकती है? यह अंग्रेजो के 'लैंड टैक्स' से भी 'क्रुएल टैक्स' है इसे एक पल भी मंजूर नहीं कर सकता। 26 जनवरी को गांधी समाधि राजघाट पर पुष्प अर्पित कर संसद भवन पर 1:00 PM उक्त "मनमाना ऑर्डर"उसी ढंग से तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों का नमक कानून तोड़ा था। 

"महोदया"
100 से अधिक पत्रों ज्ञापनों में निवेदन किया कि:-----
निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स "कहीं आने जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार जो हमको मां से जन्मना मिला है, जिसकी गारंटी"स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार' (अनु 19 d) मेँ दी है, हत्या क्यों? जब राष्ट्रपति प्रधानमंत्री सहित तीन दर्जन से अधिक VIP की गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लगता फिर लोगो की गाड़ी पर क्यों? यह समानता के मौलिक अधिकार (अनु14-18)का वायलेशन है।वहां VIP आधार पर टोल टैक्स में छूट का उल्लेख नहीं है। निजी गाड़ियों पर TT  तत्काल समाप्त करें या प्रत्येक टोल पर दोनों तरफ एक-एक 'टोल लेन फ्री"करेँ ताकि पैसे के अभाव में कोई "कहीं आने जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार" से वंचित न रहे। 
                     आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी  दवा जीवन की जरूरत है इसके बिना जीवन असंभव है इस पर जीएसटी लगाना "जीवन के मौलिक अधिकार"अनुच्छेद 21 की हत्या है,क्रूरता' 'एवं अपराध'है इस पर टैक्स का अर्थ है 5 किलो अनाज पर जीने वाले 80 करोड़ गरीबों एवं 22 करोड़ कुपोषितों का जीवन'उनसे छीन लेना। तत्काल समाप्त करें। gst अधिकतम 16% करें (हिंदू रेट ऑफ टैक्स) ।
                     शिक्षा चिकित्सा न्याय रेल संचार जिसके  बिना जीवन नहीं चल सकता बाजार में क्यों बेची जा रही? फ्री"करें,  क्योंकि पैसे के अभाव में 80 करोड़ गरीब एवं 22 करोड़ कुपोषित जीवन की उक्त मौलिक जरूरत से वंचित है आखिर इसे फ्री करने में क्या परेशानी है ?जीवन छीनकर आप हमें इंटरनेशनल एयरपोर्ट एक्सप्रेसवे क्यों परोस रहे ।
                    142 करोड लोगों 545, 243 सांसदों में किसने   निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स लगाने  खाने-पीने के समान  पर जीएसटी लगाने शिक्षा चिकित्सा न्याय रेल संचार प्राइवेट हाथो में देंने एवं ऊंची कीमतों पर बेचने की मांग की?

26 जनवरी गांधी समाधि राजघाट पर पुष्प अर्पित कर संसद भवन पर 1:00 PM उक्त "मनमाना ऑर्डर"उसी ढंग से तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों का नमक कानून तोड़ा था। 

'पूर्वांचल गांधी'     सत्यपथ

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ