"राष्ट्रपति महोदया" 5 अप्रैल 23, सत्यपथ गोरखपुर
महंगाई अमीर के लिए फ़ैशन"गरीब के लिए अपराध"
जीएसटी ऐसा क्रूर कर है जिसे वह कंगाल भी देता है जो एक रोटी खरीदने दुकान पर जाता है यह कर मरते व्यक्ति की अंतिम रोटी से अपना हिस्सा छीन लेता है। चावल आटा गेहूं दाल तेल चीनी नमक दवा हवा पानी जो जीवन है उस पर भी gst लगता है। लगभग 100 करोड़ लोगों के लिए जीएसटी क्राइम है मुझे विश्वास नहीं होता कि ऐसा कर" 545 एवं 243 सांसदों की जानकारी में बन सकता है?
Gst निर्माता किसान"एवं श्रमिक"को समान"समझतें हैं।
"महामहिम"
भारत में 1 जुलाई 2017 के पूर्व जीएसटी नहीं था। सदन बुलाकर इस काले कानून को दफन करें या इसकी दर 16:30 प्रतिशत करें और आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी नमक दवा हवा पानी प्रत्यक्ष समाप्त करें।
"महामहिम"
gst,tt, dp की महंगी दरें और मदिरा की मंडी से महंगाई फैली है। महंगाई ने संविधान के मूल ढांचे पर प्रहार किया है इसलिए महंगाई तोड़ना जरूरी है।इसके लिए gst,tt,dp भारत से मदिरा की मंडी नष्ट करना पड़ेगा।"एक्सेसिव टैक्स एवं शराब"हमारा जीवन छीन रहा है। कर"का सबसे बड़ा दोष यह है कि कर हमारा जीवन छीनता है और जीवन" हमारा मौलिक अधिकार"(अनु21) है। एक्सेसिव टैक्सेशन से लोग मरे हैं कुपोषित हुए हैं ।संविधान की ओढ़नी ओढ़ कर सरकार सामने से हमारी पेट का हिस्सा छीन रही है।
"महामहिम"
GST,TT,DP की कीमतों में वृद्धि क्यों? जीवन एवं परिवार गवांकर एक्सप्रेसवे क्या करेंगे?28% gst किसके सुझाव" पर और क्यों ?गेहूं चावल आटा दाल तेल नमक चीनी हवा दवा पानी जीवन है और इस पर जीएसटी क्यों? जनसंचार के साधन पुरानी पैसेंजर एवं पुरानी मेल एक्सप्रेस क्यों बंद कर दी या उसमें किराया 3 गुना क्यों बढ़ा दिया?
"महामहिम"
28% gst अपराध है सामान्य रूप से भारत में "ट्रेडिशनल टैक्स रेट"1/6 (छठवा) यानी लगभग सवा सोलह प्रतिशत था। यह दर"राजशाही के दौरान था। फिर यह चमड़ी उधेड़ दर एवं कला कानून कहां से आया?
"महामहिम"
■ ऐसा काला कानून दुनिया के किसी देश में नहीं है।
मजदूर अपना 'श्रम' बाजार में बेचता है और जो मजदूरी
पाता है उससे अपने बच्चों अपने वृद्ध मां बाप का मुश्किल से पेट भर पाता है । प्राप्त मजदूरी में से दाल तेल नमक चीनी आदि जीवन की वस्तुएं खरीदना है और उन वस्तुओं पर 15 से 20% सामान कर (गुड्स टैक्स ) देता है।gst उस मजदूर के पेट की अंतड़ी निकाल रहा है जो यह जानता नहीं यह क्या है? वह तो "सामान एवं सेवा शुल्क"के दायरे में आता ही नहीं।दूसरी बात यह कि 12 लाख करोड़ का मालिक और 5 किलो अनाज पर जीवन से जंग लड़ने वाला कंगाल एक ही बाजार"में एक ही सामान"के सामने खड़े होते हैं। भारतेंदु का नाटक (1882) अंधेर नगरी अंधा राजा टका सेर भाजी टका सेर खाजा ।
"महामहिम"
हमने वोट इसलिए नहीं दिया कि सेवा की शपथ लेकर हमें टैक्स की जंजीरों में जकड़ दें। किसने कहा हमारे ऊपर जीएसटी टोल टैक्स लगा दीजिए, बढ़ा दीजिए। कर हमें देना है। क्या हमसे पूछा कि बढ़ा हुआ कर हम दे पाएंगे या नहीं ? हमारे ऊपर आप इस तरीके से कर लगा रहे जैसे कोई अत्याचारी राजा या कोई लूटेरा हो।
"महामहिम"
140 करोड़ लोगों एवं 545 सांसदों में किसी ने जीएसटी
टोल टैक्स डीजल पेट्रोल की कीमतें बढ़ाने तथा भारत को मदिरा की मंडी"बनाने की मांग नहीं की।
"महामहिम"
टोलटैक्स"राहदारी"एवं जंगलराज"का परिचायक है। भारीवाहनों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति किमी करें या अधिकतम ₹100 प्रति टोल प्रति ट्रक कर दें।700,800,900/ /ट्रक/ ट्रक ,वसूली क्यों? जब इतना टोल टैक्स ले लीजिएगा तो महंगाई की आग बुझेगी कैसे?बुझाएगा ककौन?राष्ट्रपति" विधायक सांसद सहित 38 vips की गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लगता तब लोगों की गाड़ी पर क्यों? निजी गाड़ियों पर TT समानता"स्वतंत्रता के 'मौलिक अधिकार की हत्या है।
डीजल पेट्रोल की कीमत क्रमशः 64 एवं ₹74 करें।
"महामहिम"
भारत को शराब की मंडी किसने?और क्यों बनाया ?
यह बुद्ध कबीर नानक रहीम विवेकानंद गांधी का देश है यह विख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे महान वैज्ञानिक अनुशासन के प्रतीक एपीजे अब्दुल कलाम, महान अर्थशास्त्री एवं अनुशासन के प्रतीक मनमोहन सिंह विख्यात उद्योगपति अनुशासन रूप रतन जी टाटा, महान मानवीय न्यायाधीश जस्टिस एन वी रमन का देश है।
"महामहिम"
चरित्र"अनुशासन" लज्जा "शर्म" बाजार से नहीं बिकती क्या 545/243 सांसदों में कोई ऐसा नहीं जो बता सके कि नारी बलात्कार एवं हिंसा का प्रमुख कारण शराब है?
जहर बेचकर विकास? आजादी के 75 वे वर्ष में अमृत महोत्सव"मना रहे हैं और जहर पिला रहे हैं। जितना प्रचंड आंदोलन अंग्रेजों को भगाने का था उतना ही प्रचंड आंदोलन भारत में शराब बंदी को लेकर था।
"महामहिम"
राष्ट्रपति' वित्तमंत्री' रेलमंत्री'स्पीकर'को दर्जनों पत्र एवं ज्ञापन सौंपा। किसी पत्र का उत्तर नहीं। कैसी डेमोक्रेसी?कैसा रिपब्लिक? वित्तमंत्री भूतल परिवहन मंत्री,लोगों से पूछे बिना जिस मनमानी तरीके से कर वृद्धि किए हैं उसी तरीके से वापस लेलें। अन्यथा त्यागपत्र दे दें। जीवन की कीमत पर चलने वाली सरकार बर्खास्त की जाए gst,tt, dp की महंगी दरें समाप्त की जाए। आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी नमक हवा दवा पानी पर gst क्राइम है। इसे समाप्त करें। जब राष्ट्रपति विधायक की गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लगता तो लोगों की गाड़ियों पर क्यों? निजी गाड़ियों पर टोल समाप्त करें। दर्जनों पत्र लिखा लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं। राष्ट्रपति भवन ऐसा लगता है मानो वायसराय इरविन भवन हो। पत्र एवं ज्ञापन का कोई संज्ञान नहीं ।मैं जानता हूं जिस दिन संसद पर सत्याग्रह करूंगा उस दिन जीवन छीनने का कानून बनाने वाले संसद को नहीं चलने दूंगा।
कॉपी टू:- हॉन VC स्पीकर वित्तमंत्री रेल मंत्री PIL परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय सम्माननीय HC दिल्ली HC इलाहाबाद DJ गोरखपुर CJM गोरखपुर
संपूर्णानंद मल्ल
पीएचडी इन आर्कियोलॉजी हिस्ट्री देलही यूनिवर्सिटी। ग्रैजुएटेड इन हिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, पोलिटिकल साइंस। 9415418263, snm.190907@yahoo.co.in स्वैच्छिक रक्तदाता सरकार, गोरक्षब्लड बैंक।
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