"महामहिम राष्ट्रपति महोदया "
"मस्जिद के नीचे मंदिर की तलाश,नफरत की आग है"
राष्ट्रपति' प्रधानमंत्री' 545' 243 सांसद' हिस्टोरियन हमें बताये कि अंग्रेजो के आने से पूर्व इस देश में सांप्रदायिकता' हिंदू मुस्लिम नफरत' कहां थी? कब थी? किसने मस्जिद के नीचे मंदिर खोजी? मस्जिद के नीचे मंदिर तलाश का नफरत तत्काल बंद करिए
हमारी पीढ़ी के गिनती के लोग इतने ज़ालिम'नफरती'होंगे? मैने सोचा भी नहीं था सत्ता की भूख मिटाने के लिए भारत की उस महान एकता'तोड़ेंगे जिसके लिए हम दुनिया में जाने जाते हैं। हमें 'गुलाम बनाने के लिए"गुलाम बनाए रखने के लिए' क्रूर लुटेरे फिरंगियों ने इसी हथियार का इस्तेमाल किया था
मस्जिदों के नीचे मंदिर की तलाश नोमेडिक'अवैज्ञानिक' असंवैधानिक है "प्लेसेस ऑफ़ वरशिप(स्पेशल प्रोविजन) एक्ट 1991 की हत्या है.
गांधी भगत सिंह अंबेडकर कलाम एवं 142 करोड लोगों के इस महान मुल्क के प्रधानमंत्री 'राइट टू फ्रीडम ऑफ़ रिलिजन एवं "पूजा अधिनियम 1991' के साथ क्या कर रहे हैँ? एक किसान' मजदूर'बकरी का चरवाहा जो संविधान 'का' स' नहीं जानता,इस नफ़रती कृत्य की अनुमति नहीं देगा।
हिंदू मुस्लिम नफरत मैं और अधिक नहीं सह सकता बिल्कुल नहीं किसी कीमत पर नहीं। सत्य' अहिंसा' एकता'की पुरी ताकत से इसका दफन करूंगा बिस्मिल'भगत सिंह'गांधी'की तरह मुसलमान के बिना मैं नहीं जी सकता। किसी समय दिल्ली पहुंच कर तिरंगा हाथ में लेकर सदन पर सत्याग्रह कर करूंगा. इसलिए मैं चाहता हूं"राष्ट्रपति"तत्काल,क्योंकि आतंरिक एकता पल-पल टूट रही है,142 करोड लोगों को विश्वास दिलाए कि पूजा अधिनियम 1991 की हत्या अब नहीं होगी। मस्जिद के नीचे मंदिर नहीं खोजी जाएगी.
हिंदू मुस्लिम नफरती' किसी समय हत्या कर सकते हैं इसलिये अविलम्ब'श्रेणीबद्ध' सुरक्षा दी जाय
प्रति :--- परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय
माननीय गृह मंत्री
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी
सत्यपथ ps शाहपुर गोरखपुर
9415418263 snm.190907@ yahoo.in
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