अर्जेंट पत्र
'मा प्रधानमंत्री जी"
पी एम ओ
सत्यपथ इकलौता मार्ग है जिस पर मैं चलता हूं मुझे केवल संविधान चाहिए और कुछ नहीं.
2014 के संसदीय चुनाव में आपके चुनावी कार्यक्रम "चाय पर चर्चा'का संचालन गोरखपुर में मैंने किया था (इंटेलिजेंस जांच) मेरे ₹6000 खर्च हुए थे हम उत्साह से भरे थे. मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप हमारे पेट"पथ' शिक्षा चिकित्सा रेल पर टैक्स लगादेंगे महंगी कर देंगे.भारत को मदिरालय का मुल्क बना देंगे एक्सप्रेसवे एयरपोर्ट वंदे भारत देंगे हमारी पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस ट्रेन छीन लेंगे या महंगी कर देंगे। हमारी निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स रूपी बेड़ी डाल देंगे हमने अयोध्या में टेंपल बनारस में कॉरिडोर' इलाहाबाद में महाकुंभ' नहीं मांगा.मैंने सोचा था निशुल्क'एक समान'विद्यालय चिकित्सालय रेल मिल जाएगा.डीजल पेट्रोल ₹35/लीटर,गैस सिलेंडर ₹300में मिलेगा जैसा कि आपके अनुसांगियों ने चिल्ला चिल्ला कर कहा था। प्रतिवर्ष 2 करोड़ रोजगार देंगे.
अब मैं क्या चाहता हूं?
हमारे पेट पर टैक्स लगाकर हमारा जीवन मत छीनिये हमारी निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स लगाकर हमारी स्वतंत्रता की हत्या मत करिए.
@ आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा प्राण है पेट है जीवन है इस पर टैक्स लगाना क्रूरता एवं अपराध है जीवन के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 21 की हत्या.तत्काल समाप्त करें
@ निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स कहीं आने जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार'अनु 19 की हत्या है जब' वन टाइम रोड टैक्स' ले लिया गया फिर यह लूट एवं डांका टैक्स क्यों?
@ एक समान''निशुल्क' शिक्षा' चिकित्सा' रेल' करें यानी गरीब अमीर सभी एक स्कूल में पढ़े एक चिकित्सालय में इलाज हो एक ट्रेन में साथ-साथ यात्रा करें.वंदे भारत या तो सामान्य किराए पर चलाइये या पुरानी पैसेंजर एवं मेल गाड़ियां पुराने किराए चलाएं.
'प्रधानमंत्री जी'
'संसद पर सत्याग्रह'
सैकड़ो पत्र'ज्ञापन'प्रेषित किया सत्याग्रह'किया परंतु आप सुनते नहीं। उस समय गुजरात से प्रशिक्षित एक पत्रकार 'चाय पर चर्चा' के लिए मुझे मोटिवेट किए थे.अब कोई नोटिस नहीं लेता। सत्य अहिंसा की ताकत से आपको कहना चाहता हूं कि जब सदन पर सत्याग्रह करूंगा कर' एवं कीमतों 'में वृद्धि के आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स' उसी प्रकार तोडूंगा जैसे गांधी ने क्रूर लुटेरे फिरंगी हुकूमत का नमक कानून तोड़ा था.मा.वित्त मंत्री मा भूतल परिवहन मंत्री को अनगिनत पत्र लिखा ज्ञापन भेजा. ऐसा लगता है मा.द्वय अंधे बहरे गूंगे हो. किसी राजनीतिक दल एवं व्यक्ति से मेरा संबंध नहीं है मुझे जीवन'स्वतंत्रता संविधान चाहिए.मैं पुनःनिवेदन करता हूं पेट एवं पथ पर टैक्स समाप्त कर दीजिए गरीब अमीर सबके लिए एक विद्यालय एक चिकित्सालय एक रेल स्थापित कर दीजिए आपकी पुलिस मुझे बार-बार हाउस अरेस्ट न करें इससे अच्छा है मुझे तब तक कारागार में रखा जाए जब तक पेट'पथ'पर कर'की क्रूर व्यवस्था जारी है
मेरे एवं परिवार की श्रेणीबद्ध सुरक्षा की जाय। पेट पथ शिक्षा चिकित्सा रेल पर कर लगाने वाली या महंगा करने वाली सत्ता मैं 1 मिनट देखना नहीं चाहता.
प्रति :-- महामहिम राष्ट्रपति' माननीय प्रधानमंत्री मा वित्तमंत्री मा भूतल परिवहन मंत्री मा.रेल मंत्री'मा.नेता विपक्ष
पूर्वांचल गांधी
सत्यपथ PS शाहपुर गोरखपुर
9415418263 snm.190907@yahoo. co. in
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