"नरेंद्र मोदी माननीय प्रधानमंत्री"
आपके प्रत्येक शब्द पर लोगों से वसूले गए टैक्स के पैसे खर्च होते हैं.
यदि सोमनाथ टेंपल और उसमें लटकी सोमनाथ की मूर्ति न होती तो भारत क्रूर' बर्बर आक्रांताओं' के कब्जे में न आता।
हमें जीने दीजिए हमारे पेट'और पथ'पर लगाया गया टैक्स समाप्त कर दीजिए।
23 मार्च संसद पर करूंगा सत्याग्रह
"महाकुंभ की सफल सिद्धि सोमनाथ भगवान को समर्पित"
हिंदुस्तान नरेंद्र मोदी
"पीएम ने महाकुंभ की सफलता भगवान सोमनाथ को समर्पित की" जागरण
असंख्य मौतों के महाकुंभ को सफल बताना जीवन' एवं मानवता'के प्रतिकूल है.
'प्रधानमंत्री जी'
भगवान एक शब्द'है,कल्पित'है.सोमनाथ भगवान की कल्पना एवं कल्पित रूप को मूर्ति मंदिर स्वरूप देने का काम गुजरात के सोलंकी राजाओं ने किया था। पड़ोसी राज्यों पर आक्रमण' लूटपाट हिंसा' स्त्रियों को लूट लाना लोगों से टैक्स वसूलना यही इन राजाओं के आय का साधन था। इन राजाओं ने सोमनाथ टेंपल का निर्माण पश्चिम मध्य प्रदेश और उत्तरी महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यो पर आक्रमण'लूट'एवं टैक्स से वसूले गए पैसे से कराया था.
'प्रधानमंत्री जी'
गजनी का रहने वाला महमूद गजनवी 1026 में सोमनाथ प्रतिमा /मूर्तियां छत विछत'/खंडित कर लूट लिया देवदासी प्रथा से विभूषित सोमनाथ टेंपल में रहने वाले पंडित पुजारियों का कत्ल कर दिया. क्या यह सब कुछ भी सोमनाथ को समर्पित करेंगे
'प्रधानमंत्री जी'
अरे प्रधानमंत्री जी मीडिया का दुरुपयोग कर गांधी पटेल नेहरू सुभाष भगत सिंह अंबेडकर अब्दुल कलाम एवं 145 करोड़ के इस राष्ट्र कोअंधविश्वास'पाखंड"झूठ'कल्पना'में अब और अधिक मत झोंकिये. प्रधानमंत्री जी यह 'जीवंत राष्ट्र' है 145 करोड लोगों के शरीर में प्राण है.5 किलो अनाज पर जीने वाले 80 करोड़ कंगाल और 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास फूटी कौड़ी नहीं है जिनकी तरकारी पानी में बनती है दाल के अभाव में नमक रोटी पानी खाते हैं उनसे टैक्स (आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर gst) वसूल लेकर क्या कर रहे हैं?मौत का महाकुंभ करा रहे हैं और उसे अपने भगवान को समर्पित कर रहे हैं। समय के कॉल चक्र से डरिए.आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर जीएसटी समाप्त कर दीजिए निजी गाड़ियों पर गाड़ी में टोल टैक्स समाप्त कर दीजिए गरीब अमीर सबके लिए एक विद्यालय एक चिकित्सालय एक रेल की व्यवस्था कर दीजिए.पुरानी पैसेंजर एवं मेल गाड़ियां पुराने किराए पर चलवा दीजिए.
'प्रधानमंत्री जी'
हमें जीने दीजिए. सत्य अहिंसा की पूरी ताकत से कहता हूं, कि भगत सिंह सुखदेव राजगुरु के शहादत दिवस 23 मार्च पर संसद पर ज़ब सत्याग्रह करूंगा तब आपकी क्रूर''लुटेरी' नफरती' तानाशाही का पतन हो जायेगा. हमें गांधी भगत सिंह अंबेडकर अब्दुल कलाम एवं 145 करोड लोगों का भारत चाहिए मंदिर मस्जिद राम टेंपल सोमनाथ महाकुंभ ज्ञानवापी में शिवलिंग का भारत नहीं चाहिए.सत्याग्रह से पूर्व आपकी पुलिस मुझे घर में कैद कर देती है. मुझे सत्याग्रह करने दीजिए मैं लोगों को वही बताऊंगा जो अपने किए हैं उससे अधिक कुछ नहीं बताऊंगा यकीन मानिए आपकी क्रूर जालिम सत्ता का पतन हो जाएगा. 102 करोड़ गरीब कंगाल जीवन की जरूरत नहीं जुटा का रहे हैं उनके बच्चे शिक्षा चिकित्सा रेल से वंचित है और आप उनके पेट से वसूले गए कर के पैसे से मंदिर मूर्ति महाकुंभ अंधविश्वास का ढोंग फैला रहे हैँ.
प्रति :- सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय
महामहिम राष्ट्रपति महोदय
माननीय गृह मंत्री (मेरे हो मेरे परिवार की कड़ी सुरक्षा दें)
पूर्वांचल गांधी
9415418263
0 टिप्पणियाँ