राज्यपाल महोदया,UGC NET सर्टिफिकेट प्रमाणित किया जाता है कि संपूर्णानंद मल्ल -


24 मई 2025 
"महामहिम राज्यपाल कुलाधिपति" 
दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर,उ प्र

 UGC NET सर्टिफिकेट प्रमाणित किया जाता है कि संपूर्णानंद मल्ल -----
"प्रवक्ता के लिए यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण हैं '
इन्हें विश्वविद्यालयों महाविद्यालयों में प्रवक्ता पद के लिए 'एलिजिबल'घोषित किया जाता है"( a) इस शर्त पर कि पीजी में न्यूनतम 55% हासिल किया है'।

" इस सर्टिफिकेट( NET )की वैधता स्थाई है'।
मा कुलपति को बार-बार लिख रहा हूं मैं योग्य हूं मेरे पास उत्तम शैक्षिक अभिलेख है'अद्वितीय शोध उपलब्धियां हैं बावजूद मुझे अयोग्य'स्वीकार करना या ठहरना'अपराध'से अभिन्न है इसलिए मा.कुलपति तत्काल हटाई जाँए।

यदि,मैं प्रथम श्रेणी PG'यूजीसी नेट'पीएचडी'अयोग्य'तो विवि के 300 आचार्य में योग्य कौन?इंडोलॉजी आर्कियोलॉजी कल्चर'हिस्ट्री'में मुझसे उत्तम शैक्षिक अभिलेख एवं रिसर्च एबिलिटी'किस आचार्य के पास?
'सर्वोच्च सम्मान देते हुए'

शासनादेश'कुलपति या स्वतःयूजीसी मुझे'अयोग्य'नहीं ठहरा सकता क्योंकि PG न्यूनतम 55% अंको के साथ 'राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा'उत्तीर्ण’एलिजिब''NET'हूं।स्नातक स्तर पर अंको की बाध्यता 33%या99% से हमारी'एलिजिबिलिटी' अप्रभावित?
समन्वयक'की संस्तुति'कुलपति द्वारा'अनुमोदन'कुलसचिव द्वारा जारी 'नियुक्ति आर्डर'से 30/08/03 को 'प्रवक्ता मानदेय नियुक्ति'हुआ परंतु विवि द्वारा सत्र 2007-08 में अयोग्यता’ के आधार पर मेरा अप्रूवल निरस्त करना 'यूजीसी रेगुलेशन' एवं नेट की हत्या'।
 "न्याय'चाहता हूं जो 'सत्य' से अभिनय'हैं। वि.वि अपने काले कारनामे पर सफेदी लगाते हुए प्रोफेसर पद पर मेरी नियुक्ति 30.8.03 से वरिष्ठतानुसार कर दे। )मुझे अयोग्य स्वीकार करने वाली मा.कुलपति हटाई जांए। साढ़े तीन अक्षर के 'अयोग्य'शब्द ने मेरे 38 बरस के लर्निंग'टीचिंग'रिसर्च एवं 'संपूर्ण जीवन' को दफन कर दिया। विवि उसकी भरपाई कैसे करेगा?मेरी नियुक्ति''तथाकथित नियुक्ति'क्यों लिखा? दीदउ विवि में'तथाकथित नियुक्ति'जैसी'नियुक्ति नहीं होती''तथा- कथित प्रोफेसर'पद नहीं होता। यह जानबूझकर की गई मेरी मानहानि'है। विवि इसके लिए 10 करोड रुपए दे.17 वर्षों से अयोग्यता'के"सामाजिक अपमान' में जी रहा हूं मानसिक पीड़ा'से गुजर रहा हूं। विवि मुझे कुछ न दे'मेरा अतीत 2008 मुझे वापस दे दे’

यह समझ पाने में मैं असमर्थ हूं कि मुझे बार-बार हाउसअरेस्ट क्यों किया जा रहा है? विवि यदि जानता है कि मैं 'अयोग्य'/असत्य'हूं तो मुझे बंदी गृह में क्यों नहीं डलवाता?सत्य अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं कि जुर्म एवं अपराध नहीं चलने दूंगा। इसलिए 29 मई से सत्याग्रह करूंगा आंख पर काली पट्टी'पिकेटिंग'एवं मा'राज्यपाल'कुलाधिपति'के इफिगी बर्न। 
प्रति:-- मा.राज्यपाल उ प्र मा एचआरडी मंत्री
           मा. अध्यक्ष यूजीसी
श्रीमान आयुक्त जिलाधिकारी एसएसपी गोरखपुर
डॉ संपूर्णानंद मल्ल                  
  पूर्वांचल गांधी
9415418263  snm.190907@ yahoo. co. in

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