मुजफ्फरनगर पुलिस ने शातिर साइबर ठग गिरोह का किया भंडाफोड़ , दो गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर पुलिस ने शातिर साइबर ठग गिरोह का किया भंडाफोड़,दो गिरफ्तार


मुजफ्फरनगर: साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए ऐसे अंतरराज्यीय ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो खुद को TRAI, ईडी, सीबीआई और न्यायालय का अधिकारी बनाकर लोगों से ठगी करता था। पुलिस ने गिरोह के दो शातिर सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में सिमकार्ड, मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, चैकबुक, स्कूटी और नगद 99,500 रुपये बरामद किए हैं।


पुलिस के अनुसार, गिरोह ने हाल ही में लोक निर्माण विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर को “डिजिटल अरेस्ट” का डर दिखाकर 33.33 लाख रुपये की ठगी की थी। ठगों ने पहले उन्हें फोन कर कैनरा बैंक खाते में अवैध लेनदेन का आरोप लगाया और TRAI, सीबीआई तथा न्यायालय के अधिकारी बनकर फर्जी कॉल व दस्तावेज दिखाए। भयभीत होकर इंजीनियर ने लाखों रुपये आरोपियों के कहने पर जमा करा दिए।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान निखिल गोयल (देहरादून) और हरप्रीत सिंह उर्फ हर्ष (छत्तीसगढ़) के रूप में हुई है। गिरोह का सरगना राजू, निवासी भिलाई (छत्तीसगढ़), फिलहाल फरार है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह भोले-भाले लोगों से बैंक खाते, एटीएम और सिमकार्ड हासिल कर विदेश बैठे साइबर अपराधियों से सांठगांठ करके करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। ठगे गए पैसों को आरोपी क्रिप्टोकरेंसी (USDT) के माध्यम से विदेश भेजते थे।


पुलिस जांच में अब तक गिरोह के खातों से करीब 46.55 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ी 44 शिकायतें सामने आई हैं। इनमें करोड़ों रुपये की ठगी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड समेत कई राज्यों में दर्ज है। साइबर क्राइम थाना मुजफ्फरनगर टीम ने यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में की है।

पुलिस का कहना है कि फरार आरोपी की तलाश जारी है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाया जा रहा है। जनता से अपील है कि किसी भी अनजान कॉल या डिजिटल अरेस्ट के नाम पर मांगी गई रकम से बचें और तुरंत साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।

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