भक्ति और सेवा का संगम भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ श्रीमद्भागवत कथा एवं जनजागरण महोत्सव




स्तुति चैरिटेबल सोसाइटी द्वारा प्रतापगढ़ में आरंभ हुआ सात दिवसीय आध्यात्मिक एवं सामाजिक पर्वआस्था संस्कार और सशक्तिकरण का अनूठा संदेश देगा स्तुति चैरिटेबल सोसाइटी द्वारा आयोजित 7 दिवसीय भव्य आयोजन कथा से संस्कार और सेवा से सशक्तिकरण यही है इस कार्यक्रम का उद्देश्य : डॉ. निरुपमा सिंह प्रतापगढ़। सेवा और संस्कार के अनूठे संगम का साक्षी बना जनपद प्रतापगढ़ जब स्तुति चैरिटेबल सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ. निरुपमा सिंह द्वाराआयोजित श्रीमद्भागवत कथा एवं जनजागरण महोत्सव का शुभारंभ सोमवार को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ।


ग्राम खूझी ब्लॉक मांधाता से आरंभ हुई इस दिव्य कलश यात्रा में सैकड़ों महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सजधजकर शामिल हुईं। जय-जय श्री राधे–श्याम के भक्ति गीतों और मंत्रोच्चारों से सम्पूर्ण क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो उठा। सिर पर पवित्र कलश धारण किए श्रद्धालु महिलाओं का यह दृश्य आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम बना रहा। वहीं इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्था की अध्यक्षा डॉ. निरुपमा सिंह ने बताया कि हमारा उद्देश्य केवल कथा के साथ- साथ जीवन मूल्यों को आत्मसात करना है। श्रीमद्भागवत कथा हमें भक्ति के साथ सेवा का भी संदेश देती है और यही भाव इस आयोजन की आत्मा है। उन्होंने आगे कहा कि स्तुति चैरिटेबल सोसाइटी का संकल्प है कि समाज में 'कथा से संस्कार और सेवा से सशक्तिकरण का वास्तविक अर्थ लोगों तक पहुँचे। जब तक समाज में सेवा का भाव और शिक्षा की ज्योति साथ नहीं चलेंगी तब तक सशक्त भारत का सपना अधूरा रहेगा।इस आयोजन की विशेषता यह है कि यह केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भक्ति सेवा और जनचेतना का जीवंत मेल है। डॉ. निरुपमा सिंह के मार्गदर्शन में यह सात दिवसीय आयोजन


11 नवम्बर से 17 नवम्बर तक समाज में आस्था के साथ-साथ जनजागरण शिक्षा और सशक्तिकरण का संदेश प्रसारित करेगा।हर दिन श्रीमद्भागवत कथा में जहाँ अध्यात्म और आस्था का अमृत प्रवाहित होगा वहीं प्रत्येक सत्र में सेवा,स्वास्थ्य शिक्षा एवं सशक्तिकरण के विषयों पर प्रेरक संदेश गूंजेंगे। यह महोत्सव स्तुति चैरिटेबल सोसाइटी की उस निरंतर परंपरा को आगे बढ़ा रहा है‌। जहाँ "कथा से संस्कार और सेवा से सशक्तिकरण का अद्भुत उदाहरण समाज के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।

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