SBI फाउंडेशन द्वारा डॉ शीला शर्मा मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट को जीवनम कैंसर केयर प्रोग्राम के तहत कैंसर केयर एवं स्क्रीनिंग बस समर्पित किया
संवाददाता आलोक तिवारी
कैसर-एक ऐसा शब्द, जो सुनते ही मन में भय उत्पन्न करता है। एक ऐसा रोग, जो केवल शरीर को नहीं बल्कि पूरे परिवार को प्रभावित करता है। लेकिन यह भी सच है कि समय पर जाँच और सही उपचार कैंसर को हराने में निर्णायक भूमिका निभाता है।
यह एक चलता-फिरता अस्पताल है। यह एक चलता-फिरता जीवनरक्षक प्रयास है। यह बस शहरों से दूर, गाँवों की गलियों तक, उन लोगों तक पहुँचेगी जो आज भी जाँच की सुविधा से वंचित हैं। डॉ भावना शर्मा ने कहा एसबीआई फाउंडेशन द्वारा आज दिया गया यह योगदान सिर्फ धन का योगदान न होकर भरोसे का योगदान है। यह जीवन के प्रति प्रतिबद्धता का योगदान है उन्होंने जीवनम कैंसर केयर प्रोजेक्ट की टीम को धन्यवाद दिया और कहा आप उन मरीजों के लिए अंधकार में रोशनी हैं जो हिम्मत हारने की कगार पर होते हैं।
आपका समर्पण, आपका धैर्य, और आपकी सेवा इस बस को वास्तव में सफल बनाएगी। कैंसर कोई अभिशाप नहीं है। यह एक बीमारी है-और हर बीमारी का इलाज संभव है. यदि समय रहते पहचान हो जाए। इस स्क्रीनिंग बस का उद्देश्य डर फैलाना नहीं है। बल्कि डर को दूर करना है। लोगों को जागरूक करना है। लोगों को यह बताना है कि जाँच कराना कमजोरी नहीं बल्कि समझदारी है। आज भी हमारे समाज में कैंसर को लेकर अनेक भ्रांतियाँ हैं। अनेक डर हैं। अनेक चुप्पियाँ हैं।
यह बस उन चुप्पियों को तोड़ेगी। यह जागरूकता फैलाएगी। यह समय रहते जीवन बचाएगी। स्वास्थ्य किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है। यह हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। जब समाज जागरूक होता है-तभी परिवर्तन संभव होता है। आज का यह प्रयास आने वाले वर्षों में अनेकों जीवन बचाने वाला सिद्ध होगा।
मुख्य अतिथि संजय प्रकाश एमडी और सीईओ एसबीआई फाउंडेशन, डॉ जी के रथ पूर्व डायरेक्टर नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट एम्स झज्जर,पद्मश्री डॉ नीरजा बाठला, पूर्व प्रोफेसर एम्स दिल्ली,डॉ एनसी प्रजापति,पूर्व डायरेक्टर जनरल मेडिसिन एजुकेशन यूपी,राजाराम चवन,हेड हेल्थ एंड विमेन एंपावरमेंट ऑफ एसबीआई फाउंडेशन, चेयरमैन डॉ एस के शर्मा ,डॉ भावना शर्मा डायरेक्टर, डॉ मयंक छाबड़ा आदि उपस्थित रहे
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