शाश्वत तिवारी...लखनऊ: पिछली 68500 भर्ती में योग्य/उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की कमी व B. Ed को 【2011 से 2018】8 वर्ष तक प्रतियोगिता में मौका न मिलने से रिक्त गए पदों 2011 से पहले के B. Ed अभ्यर्थियों की आयुसीमा का अंतिम अवसर व योग्य अभ्यर्थियों की पर्याप्त उपलब्धता को देखते हुए संभव अधिकतम रिक्तियों को जोड़ने पर विचार किया जाए
तथा आर्थिक रूप से EWS में आने वाले सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को इसी भर्ती में योजना का लाभ देने पर विचार किया जाए।
सवर्ण महासंघ फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष पंडित साधु तिवारी ने शिक्षकों की भर्ती के इस अहम् मामले में
सामान्य वर्ग के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के हित में कुछ अहम् सुझाव के साथ अपनी कुछ मांगों को लेकर एक पत्र मुख्यमंत्री को भेजा है।
सवर्ण महासंघ फाउंडेशन ने सी0 एम0 को लिखे अपने इस पत्र में इस भर्ती प्रक्रिया से जुड़े कई अहम् विषयो पर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया है।
पत्र में लिखा गया है कि
सामान्य वर्ग की अनिवार्य अहर्ताएं 【आयुसीमा 40 से अधिक, टेट उत्तीर्णांक 90 से कम, भर्ती परीक्षा 97 से कम, SM के कृपांक की प्रतिस्पर्धा】पूर्ण ना होने पर आरक्षितों की अनारक्षित पदों पर ओवरलैपिंग ना की जाए, क्योकि यह पूर्ण असंवैधानिक है तथा जातिवादी सरकारों की मनमानी था।
पत्र में कहा गया है कि पिछली भर्तियों【Lt Grade, TGT-PGT या 68500 , SI】में कार्यरत शिक्षकों या कर्मचारियों को प्रतिभाग करने से दोनों जगह की नियुक्ति से बाहर किए जाने जैसा सख्त निर्देश देकर/ NOC न देकर रोका जाए, क्योंकि यह पद और व्यवस्था से खिलवाड़ है।
अनुत्तीर्ण या लंबित परिणाम वाले B. Ed या BTC और CTET-2018 अभ्यर्थियों को विज्ञापन के समय अहर्ताएं पूरी न होने के कारण आवेदन में ही इस वर्णित निर्देश या शपथ के अनुसार काउंसलिंग में प्रतिभाग ना करने दिया जाए।
सवर्ण महासंघ फाउंडेशन
के प्रदेश अध्यक्ष साधु तिवारी ने अपने पत्र के माध्यम से योगी सरकार को साधुवाद देते हुए मांग की है कि
पिछली सरकारों की गलत नीतियों के शिकार इन सवर्ण युवाओ के इस अंतिम सुअवसर की संवेदनशीलता को समझते हुये सवर्ण युवाओ का भविष्य इस महत्वकांक्षी और निष्पक्ष सरकार की सुनीति और अवसर से आलोकित हो सके।
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