सत्य' एवं अहिंसा' की जितनी जरूरत निजी जीवन में है उससे अधिक सार्वजनिक जीवन में।"

सम्माननीय मुख्य न्यायाधीश।               16 अक्टूबर 23
इलाहाबाद उच्च न्यायालय                                                
                     "जनहित याचिका"
                                                      7 अक्टूबर 2023
"श्रीमान जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक" 
देवरिया
"महोदय द्वय"

"सत्य' एवं अहिंसा' की जितनी जरूरत निजी जीवन में है उससे अधिक सार्वजनिक जीवन में।"

पिता रामचंद्र का माइनर पुत्र पिता की मृत्योपरांत कर्मकांडीय क्रियाएं करने में लगा है और आप द्वय ने उसके घर पर बुलडोजर की कार्रवाई की सूचना जारी कर दी।क्या मनुष्यता इसकी अनुमति देता है? क्या संविधान इसकी अनुमति देता है? मुझसे पूछिए तो मैं कहूंगा नहीं। 
उस गांव में 2 अक्टूबर से बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं कमाने वाले पुरुष सदस्य घर छोड़कर भाग चुके हैं। महिला'बच्चे घरों में दहशत में है ऐसी स्थिति में बुलडोजर की कार्रवाई कैसे सोच ली?
प्रेमचंद्र का नाबालिक बेटा पिता खो दिया है।वह रो रहा है।  जिस शासन प्रशासन को आज उसके पिता एवं संरक्षक की भूमिका में होना चाहिए वह उसके घर पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रहा है।मैं  इसे अमनुष्यता कहना पसंद करता हूं। आज  तो शासन' प्रशासन को सत्यप्रकाश  के दो जीवित बच्चों और प्रेमचंद्र के चार जीवित बच्चों की 25 वर्ष की उम्र तक, उसके संरक्षक का दायित्व अपने ऊपर लेना चाहिए।

मानवता एवं संविधान के लिए बुलडोजर रोक दिया जाए। जब तक दिवंगत प्रेमचंद का नाबालिक बेटा काम क्रिया नहीं कर लेता तब तक तो बुलडोजर रोकिए 'अखंड 'संकल्प जी। 

शाम तक यह बता दीजिए कि आप मनुष्यता' संवैधानिक'  रास्ते पर चलेंगे या अमनुष्यता के रास्ते पर?

सत्य एवं अहिंसा की पूरी ताकत से यह कहना चाहता हूं कि "बुलडोजर विरोध सत्याग्रह" करूंगा.। बुलडोजर पहले मेरे शरीर पर चलेगा तत्पश्चात प्रेमचंद के रोते विलखते अनाथ बच्चों के घर पर।

प्रतिलिपि :-- सम्माननीय मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट सम्माननीय जिला जज देवरिया।
माननीय मुख्यमंत्री श्रीमान प्रमुख सचिव गृह श्रीमान डीजीपी उत्तर प्रदेश श्रीमान आयुक्त गोरखपुर एडीजी गोरखपुर

संपूर्णानंद  मल्ल     
सत्यपथ  गोविंदनगरी  ps शाहपुर गोरखपुर
योगी गोरख उद्यान  घोड़ीपुरकला ps बघौच घाट  देवरिया

पीएचडी इन हिस्ट्री,हिस्ट्री डिपार्टमेंट,फैकल्टी ऑफ़ सोशल साइंसेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी।
किसान पुत्र किसान। जीवन बचाने के लिए 50 यूनिट स्वैच्छिक रक्त सरकार' एवं "गोरख ब्लड बैंक" को 10 हज़ार पेड़ो का 'योगी गोरख  उद्यान । दो हजार पुस्तकों की निजी 'शांतिवन पुस्तकालय' गोरखपुर में 'हिंदू मुस्लिम यूनिटी' गरीबी उन्मूलन'पर शोधरत हूं। बिना अनुदान, स्कॉलरशिप.    9415418263, 9415282102
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