समाधान दिवस के बीच तहसील परिसर में एक व्यक्ति पेड़ पर चढ़ा, प्रशासन के काफी प्रयास के बाद उतरा नीचे

शादीशुदा बहन का पिता के पते से प्रमाण पत्र जारी करने के लिए तहसील प्रशासन पर बना रहा था दबाव।
 *कुशीनगर।।* 
कसया तहसील परिसर में चल रहे समाधान दिवस के समय एक व्यक्ति तहसील परिसर में एक पेड़ पर चढ़कर माइक द्वारा यह कहने लगा कि मुझे तहसील प्रशासन द्वारा न्याय नही मिल रहा है। मैं कई महीनों से परेशान हूं। मेरे बहनों का जाति प्रमाण पत्र नही बनाया जा रहा है जो तहसील प्रशासन द्वारा जारी किया गया वह फर्जी प्रमाण पत्र है। जिसकों लेकर प्रशासन घंटो उथल पुथल रहा। 
मौके पर नायब तहसीलदार और एसएचओ ने पहुंचकर उसको समझाया कि आप अपना मांग नीचे से भी कर सकते हो। फिर भी घण्टों मशक्कत के बाद वह पेड़ से नीचे उतरा। और तहसील में आयोजित समाधान दिवस में एसडीएम कसया और सीओ के समक्ष अपनी बात रखी। नगरपालिका परिषद के बुद्ध नगरी वार्ड निवासी प्रियेश गौंड पूर्व में अपनी बहनों का जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील में आवेदन किया था। जिसको निरस्त कर दिया गया। उसके बाद वह तहसील परिसर में धरने पर बैठ गया। उसी बीच तहसील के द्वारा उनके बहनों प्रियंका, प्रीति और संध्या का जाति प्रमाणपत्र बनाकर दिया गया। और भाजपा जिलाध्यक्ष के हाथों उसको प्रमाण पत्र देकर धरना समाप्त कराया गया। उसके बाद पुनः कुछ दिनों बाद धरना देने लगा। और आरोप लगाने लगा कि यह जाती प्रमाणपत्र फर्जी है। इसके लिए किसी ने आवेदन ही नही किया है। यदि किसी ने किया है तो उसमें लगने वाला शपथपत्र और आवेदन की हार्ड कॉपी उपलब्ध कराई जाय। शनिवार को उसी क्रम में प्रियेश गौंड तहसील परिसर में पेड़ पर चढ़ गया और माइक से तहसील प्रशासन के द्वारा न्याय नही मिलने का आरोप लगाने लगा। कि मैं अनुसूचित जन जाती का हूँ इस लिए प्रशासन मुझे संवैधानिक अधिकार नही दे रहा है। नायब तहसीलदार शैलेश सिंह और एसएचओ कसया गिरीजेश उपाध्याय ने मौके पर उसके समझाने का काफी प्रयास किए घंटो मशक्कत के बाद वह पेड़ से उतरा और तहसील दिवस में एसडीएम और सीओ के समक्ष अपनी बात रखी। जिसपर सीओ ने कहा कि आपके बहन का जाति प्रमाणपत्र तहसील से जारी हो गया है तो क्या दिक्कत है। उसने बताया कि यह फर्जी है। जिसपर उन्होंने कहा कि यह आप कैसे कह सकते हैं। तब इसको निरस्त करने के लिए एक आवेदन दे दीजिए। प्रियेश गौंड ने कहा कि हम लिखित रुप से नही देंगे। जिसके बाद अधिकारियों के निर्देश परउसको एसएचओ कसया गिरिजेश उपाध्याय द्वारा थाने पर लाया गया। और शाम को शांति भंग में चालान किया गया। 
इस संबंध में एसडीएम कसया योगेश्वर सिंह ने कहा कि उनके मांग पर ही जाति प्रमाणपत्र तहसील द्वारा जारी किया गया है। फिर उसको वह फर्जी बता रहे हैं। और दूसरा आवेदन भी नही कर रहे हैं केवल प्रशासन को गुमराह कर रहे है।और तहसील प्रशासन पर दबाव बना कर अपने शादीशुदा बहन का जो ससुराल में रहती है, उसके पिता के पते पर प्रमाण पत्र बनवाना चाह रहे हैं जो नियम विरुद्ध है।जिसपर शांति भंग की कार्रवाई की गई है।
 *दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*

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