जिलामुख्यालय के कलेक्ट्रेट सभागार में डॉ चंद्रभूषण, विशेष सचिव वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन बिभाग उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में अवशेष निराश्रित गोवंश को शत्-प्रतिशत संरक्षित किये जाने तथा उनके भरण-पोषण के संबंध में किये जा रहे कार्यों के प्रभावी कियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु बैठक संपन्न हुई।
जनपद में भ्रमण कार्यकम दिनॉक 11-01-2024 से 13-01-2024 निर्धारित अवधि में जनपद के विभिन्न गो-आश्रय स्थल कमशः कान्हा गोशाला हाटा, कान्हा गोशाला कप्तानगंज, वृहद गो-संरक्षण कोप जंगल फेज-1 व फेज-2, कान्हा गोशाला खड्डा, कान्हा गोशाला रामकोला, कान्हा गोशाला कसया कुशीनगर तथा कन्हा गोशाला पड़रौना जनपद कुशीनगर का स्थलीय सत्यापन / निरीक्षण विशेष सचिव द्वारा किया गया ।
निरीक्षण उपरांत विशेष सचिव द्वारा चारो तरफ तिरपाल एवं पुवाल का बिझावन बिछाने , काऊकोट को बाधने हेतु निर्देशित किया गया। वृहद गो-संरक्षण केन्द्रो में संरक्षित समस्त गोवंशों को ठण्ड के दृष्टिगत गो-आश्रय स्थलो का ससमय साफ-सफाई एवं गोवंशो को ताजा पानी पिलाने हेतु उपस्थित केयर टेकरों को निर्देशित किया गया। उपस्थित संबंधित खण्ड विकास अधिकारी एवं पशुचिकित्साधिकारी को गोवंशो के भरण-पोषण के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में हरा चारा, भूसा एंव संकेन्द्रित आहार दिया जाएं तथा पशुचिकित्साधिकारियों को ससमय नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए बीमार गोवंशों को ईलाज किया जाए।जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित गो-आश्रयों स्थलो के मेन द्वार पर बड़े अक्षरों में गो-आश्रय स्थल का नाम, संबंधित उप जिलाधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, पशुचिकित्साधिकरी, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान एवं केयर टेकर का नाम व मो०नं० अंकित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद के नगरीय क्षेत्रों में संचालित गो. आश्रयों स्थलो के मेन द्वार पर बड़े अक्षरों में गो-आश्रय स्थल का नाम, संबंधित उप जिलाधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, अधीशासी अधिकारी (न०पा०प०/न०पं०). पशुचिकित्साधिकरी एवं केयर टेकर का नाम व मो०नं० अंकित भी किया जाए।शासन के मंशा के अनरूप मा० मुख्यमंत्री जी सहभागिता योजना अन्तर्गत जनपद के इच्छुक पशुपालकों को गो-आश्रय स्थलों से गोवशों को सुपुर्द किया जाए तथा गोवंशो के भरण-पोषण हेतु नवीन शासनादेशानुसार माह अक्टुबर 2023 से निर्धारित धनराशि रू0 50 प्रतिदिन / गोवंश का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए, जिससे अधिकांश पशुपालक लाभान्वित हो सके।
जिलाधिकारी ने विशेष सचिव को यह आश्वस्त किया की उनके द्वारा दिए निर्देशों का अनुपालन शत प्रतिशत किया जायेगा। शासन के मंशा अनुरूप गोसंरक्षण केंद्रों पर सम्पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। खाली पड़े स्थानों पर हरा चारा बुवा दिया जायेगा। गोशालों में निरंतर अलाव जलाने तथा अन्य बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जायेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी कल्पना मिश्रा , समस्त खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, जनपद स्तरीय अधिकारी, आदि उपस्थिति रहे।
*दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट।*
0 टिप्पणियाँ