पुनः विचार करिए
"बनारस सत्याग्रह एक अप्रैल 2024
★कर"एवं कीमतों में वृद्धि के कारण पैदा महंगाई के पतन★हिंदू मुस्लिम नफरत की आग बुझाना★झूठ भय नफरत हिंसा बलात्कार बेरोजगारी गरीबी विषमता मिटाने ★डेमोक्रेसी कॉन्स्टिट्यूशन यूनिटी इंटीग्रिटी सॉवरेन्टी कमजोर करने वाली सरकार की पतन
सभी आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स को उसी प्रकार तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों के क्रूर एवं लुटेरी हुकूमत का नमक कानून तोड़ा था
सरकार ने मेरे 100 से अधिक पत्रों का कोई उत्तर नहीं दिया
हमारा जीवन' स्वतंत्रता' समानता' एवं संविधान हमें वापस कर दें क्योंकि कर"एवं कीमतों"में वृद्धि के आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स द्वारा हमसे छीन लिए हैं।
पत्रों में भगत सिंह सुखदेव राजगुरु की शहादत दिवस 23 मार्च 2024 तक
★आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा पर कर समाप्त करें क्योंकि यह जीवन है प्राण है इस पर कर नहीं लगा सकते इस पर कर लगाने का अर्थ है जीवन के अधिकार अनुच्छेद 21 की हत्या इस पर कर लगाना अपराध है★निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त कर दें या प्रत्येक टोल पर दोनों तरफ एक-एक लेने फ्री कर दें क्योंकि यह लोगों के कहीं आने-जाने की स्वतंत्रता की हत्या है यह समानता की मौलिक अधिकार की हत्या भी है क्योंकि प्रेसिडेंट प्राइम मिनिस्टर सहित तीन दर्जन VIP टोल टैक्स नहीं देते जबकि लोगों की गाड़ी से टोल टैक्स लिया जाता है★ एक समान शिक्षा चिकित्सा जनसंचार कर दें क्योंकि 5 किलो अनाज पर जीवन जीने वाले 80 करोड़ कंगाल एवं 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास एक पैसे नहीं है जीवन की उक्त जरूरी चीजों से वंचित है★ डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹50 प्रति लीटर एवं ₹500 प्रति सिलेंडर कर दें
मनमानी करने वाली तानाशाही सरकार ने अनसुनी कर दी
प्रधानमंत्री जी
आचार संहिता हमारे जीवन के उन मौलिक अधिकारों को जिनके बिना हम जीवित नहीं रह सकते, सीमित' प्रतिबंधित नहीं कर सकता और यदि प्रतिबंधित करता है तो यह हमारे मौलिक अधिकारों की हत्या है और मौलिक अधिकार में इस बात का उल्लेख नहीं है कि आचार संहिता मौलिक अधिकारों को छीन लेगा जिसके बिना जीवन नहीं चल सकता जैसे खाने के बिना जीवन नहीं चलेगा बोलने के बिना जीवन नहीं चलेगा यदि हमें आप टैक्स के कोड़े मार रहे हैं तो हमें इतना कहने का अधिकार तो है ही की हमें कोड़े मत मारिए आप हमारे ऊपर दो प्रकार का जुर्म कर रहे हैं ।हमें पीट भी रहे हैं और विरोध का अधिकार भी हमसे छीन रहे हैं। संविधान ऐसे जुर्म की अनुमति नहीं देता। हमें आप महंगाई की आग में झोंक रहे हैं हमें यह कहने का अधिकार तो है कि हमें महंगाई की आग में मत झोंकिये, आग बुझा दीजिए ताकि हम जलने से बच जाएं
पहले हम अपने जीवन की रक्षा करेंगे फिर आचार संहिता की इसलिए महंगाई एवं हिंदू मुस्लिम नफरत की जलती आग को बुझाने के लिए बनारस में सत्याग्रह करूंगा
प्रधानमंत्री जी अपने आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स पर पुनः विचार करें
प्रतिलिपि ;-//महामहिम राष्ट्रपति महोदय
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी
सत्यपथ गोविंद नगरी बशरतपुर गोरखपुर 273004
9415418263
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