स्नातक विद्यार्थियों के लिए एक टूटा फूटा नाथ चंद्रावत छात्रावास था जो पुलिस कब्जे में है

8 अक्टूबर 2024
'कुलपति'
दी द उ विश्वविद्यालय गोरखपुर
 
'महोदया'
विश्वविद्यालय शिक्षण'एवं शोध'का स्थल है। नैक ने विश्वविद्यालय को A+++दिया था। कुछ समाचार पत्रों ने विश्वविद्यालय को दिल्ली विश्वविद्यालय जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की श्रेणी में खड़ा कर दिया।
सच क्या है?
विवि की पुस्तकालय में कुछ नहीं है विद्यार्थी /शोधार्थी रेफरेंस लाइब्रेरी'रिसर्च मेथाडोलॉजी'से अनभिज्ञ हैं। कुलपति प्रो राजेश सिँह के समय प्री-पीएचडी परीक्षा में रिसर्च मेथाडोलॉजी के कठिन प्रश्नों के कारण परीक्षार्थियों ने उत्तर पुस्तिकाएं फाड़ दी थी।स्नातक विद्यार्थियों के लिए एक टूटा फूटा नाथ चंद्रावत छात्रावास था जो पुलिस कब्जे में है। विवि में यदि एक 'सेंट्रल कैंटीन'होता तो विद्यार्थी सब्सिडाइज्ड खाना और नाश्ता पाते। 
विवि में तीन दशक पूर्व सेल्फ फाइनेंस कोर्सेज नहीं थे नैक मूल्यांकन नहीं था परंतु विवि शिक्षण' शोध'एवं अपने आचार्य'के लिए विख्यात था. 
चमचे'चाटुकार'आचार्य'कुलपतियों'ने विवि कहां पहुंचा दिया?
 टीचिंग एंड रिसर्च  सुरक्षित कैसे रखें?
@सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्र अविलंब समाप्त करें. 
@विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों की विश्लेषणात्मक क्षमता का विनाशकारी ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न' पत्र नष्ट करें।
@ 'रिच रेफरेंस लाइब्रेरी तैयार करें।
@ कृषि संस्थान के लिए अलग कैम्पस की व्यवस्था। कृषि विज्ञान के अनुसंगी विषयों में अनुसंधान कराने से पूर्व इंटमलॉजी प्लांट पैथोलॉजी'प्लांट ब्रीडिंग'(जेनेटिक्स)एग्रीकल्चरल केमिस्ट्री'एग्रोनॉमी'की प्रयोगशालाऐ 'फील्ड' तैयार कर लें बिना लैबोरेट्री'रिसोर्स'फैकेल्टी' रेफरेंस लाइब्रेरी''रिसर्च कैसे संभव है?
@अवैज्ञानिक'अनुपयोगी'विषय'पाठ्यक्रम/ कोर्स समाप्त कर दें 
@ विश्वविद्यालय में कम से कम तीन ग्रेजुएट हॉस्टल बनाए. नाथ चंद्रावत छात्रावास पुलिस से तत्काल खाली करायें 
प्रति :-- महा कुलाधिपति/ राज्यपाल
            श्रीमान कुलसचिव दीदउ विवि गोरखपुर
डॉ संपूर्णानंद मल्ल             पूर्वांचल गांधी
पीएचडी इन आर्कियोलॉजी एंड हिस्ट्री डिपार्टमेंट ऑफ़ हिस्ट्री फैकल्टी ऑफ़ सोशल साइंसेज देलही यूनिवर्सिटी
सत्यपथ PS शाहपुर गोरखपुर
9415418263

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