धीरेंद्र शास्त्री की वाणी इस 'महान राष्ट्र' एवं 'महान संविधान'कों पल-पल तोड़ रही है

25 नवंबर 2024
 "परम सम्माननीय मुख्य न्यायाधीश"
 'माननीय सर्वोच्च न्यायालय'
 
"जनहित याचिका :-
"धीरेंद्र शास्त्री की वाणी इस 'महान राष्ट्र' एवं 'महान संविधान'कों पल-पल तोड़ रही है. राष्ट्र' एवं संविधान' रक्षा की अंतिम जिम्मेदारी परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय के कंधे कंधे पर है"

"परम सम्मान देते हुए"
"भारत तो दूर भारत का एक गांव भी हिंदू राष्ट्र नहीं बन सकता'                                जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़
महान अदालत को विश्वास दिलाता हूं कि जब तक मेरे शरीर में प्राण है भारत"दैट इज इंडिया'जिसे 'हिंदुस्तान'भी कहा जाता है हिंदुस्तान रहेगा' हिंदूराष्ट्र नहीं "
भारत'अतीत में भारत"था आज भी भारत है और कल भी भारत ही रहेगा''हिंदूराष्ट्र का तो सवाल ही नहीं पैदा होता

"परम सम्मान देते हुए"
धीरेंद्र शास्त्री हिंदू मुस्लिम नफरत' अंधविश्वास पाखंड फैला रहा है. अवैज्ञानिक'असंवैधानिक'बयान दे रहा है भारत की सबसे बड़ी विशेषता'हिंदू मुस्लिम एकता'को तार-तार कर रहा है।
"परम सम्मान देते हुए"
मंदिर"मस्जिद"पंथ एवं आस्था के स्थल है। तिरंगा कहां फहराया जाना है?राष्ट्रगान कब और कहां होना है? इसका एक प्रोटोकॉल है।

"परम सम्मान देते हुए"
'राष्ट्र'तिरंगा'संविधान"'मंदिरों मस्जिदों से नहीं निकला वरन असंख्य की कुर्बानी'एवं फांसी' का परिणाम है।

"परम सम्मान देते हुए"
यह महान मुल्क गांधी'पटेल'भगत सिंह'अंबेडकर'कलाम'का है.142 करोड़ लोगों का है हिंदुस्तान' समान रूप से बौद्ध जैन पारसी हिंदू इसई मुसलमान सिख का मुल्क है।संविधान सबको "रिलिजियस फ्रीडम"का अधिकार देता है. 

"परम सम्मान देते हुए"
नफरती'पाखंडी' धीरेंद्र शास्त्री कहता है मस्जिदों में राष्ट्रगान होना चाहिए मैं तो कहता हूं सभी मंदिर मस्जिदों को विद्यालय चिकित्सालय में बदल देना चाहिए मंदिर मस्जिद की आंतरिक  दीवारों पर 'प्रिंबल ऑफ़ कॉन्स्टिट्यूशन' नागरिकों के मौलिक अधिकार'मौलिक कर्तव्य'नीति निर्देशक सिद्धांत' नागरिकता हासिल करने का नियम'लिखवाना चाहिए। मंदिर मस्जिद में गांधी पटेल भगत सिंह अंबेडकर कलाम की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए. मैं जिस राष्ट्र की वकालत करता हूं वह 142 करोड लोगों से बना न अकेले हिंदू और न अकेले मुसलमान से। परंतु गांधी भगत सिंह अंबेडकर कलाम के बिना हिंदुस्तान कहां? 

"परम सम्मान देते हुए"
इस नफरती को यह बताने मैं किसी समय दिल्ली पहुंच सकता हूँ कि आजादी मंदिर मस्जिद से नहीं निकली है वरन मदनलाल ढींगरा बिस्मिल अशफ़ाकउल्ला रोशन सिंह राजेंद्र लाहिड़ी भगत सिंह सुखदेव राजगुरु उधम सिंह आदि की कुर्बानी' शहादत: का परिणाम है. उन्होंने कभी भी नफरती बयान नहीं दी.भगत सिंह गांधी तो मुसलमान के बिना जीवित ही नहीं रह सकते थे.

"परम सम्मान देते हुए"
'हिंदूराष्ट्र बनाने''एवं 'हिंदू मुस्लिम नफरत' फैलाने वाले धीरेंद्र शास्त्री सरकार कों सरकार ने 'Y श्रेणी सुरक्षा"दी है। z +श्रेणी सुरक्षा के लिए सरकार को मैंने एक दर्जन से अधिक पत्र लिखा क्योंकि सत्ता के भीतर'एवं बाहर हिंदूराष्ट्र'बनाने वाले हिंदुत्व के हुड़दंगाई एवं हिंदू मुस्लिम नफरती'किसी समय मेरी हत्या उसी प्रकार कर सकते हैं जैसे हिंदूवादी गोडसे ने गांधी की हत्या कर दी। गूगल मुझे पूर्वांचल गांधी के रूप में जानता है. मैंने एक चैनल 'bhart ek nai soch' पर इंटरव्यू के दौरान 'भारत हिंदूराष्ट्र नहीं बन सकता"भारत को हिंदूराष्ट्र कौन बनाएगा""संविधान इसकी अनुमति नहीं देता".हिंदुत्व के हुड़दंगाई मुझे मुसलमान होने' पाकिस्तान भेजनें' मुझे समाप्त कर देने की धमकियां देने लगे किसी समय मेरी हत्या कर सकते हैं. 

प्रति :--   माननीय उच्च न्यायालय दिल्ली
             माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद

डॉ संपूर्णानंद मल्ल              पूर्वांचल गांधी
 पीएचडी इन हिस्ट्री'आर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट ऑफ़ हिस्ट्री' फैकल्टी ऑफ़ सोशल साइंसेज' देलही यूनिवर्सिटी
सत्यपथ, PS शाहपुर, 273004, गोरखपुर
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