अस्तित्वविहीन/ कालातीत प्रबंध समिति के प्रस्ताव से बनी अस्थाई प्रिंसिपल
*सयुक्त शिक्षा निदेशक आगरा कार्यालय में नहीं हैं विषयविशेषज्ञ की नियुक्ति पत्रावलियां।
*वर्ष 1990 से नहीं है स्थाई प्रधानाचार्य।
*35 वर्ष से स्वास्थ्य विभाग में एक ही जनपद मथुरा में जमे रहने को लिया गम्भीरता से
*जेडी आगरा ओर डीआईओएस मथुरा ऑफिस जांच के नाम पर कर रहे खेला।
संवाददाता आलोक तिवारी
वितीय सहायता प्राप्त माध्यमिक कन्या विद्यालय शिक्षा विभाग के लिए सिरदर्द बना हुआ है जिसके कारण सरकार की एवं विभाग की छवि धूमिल हो रही । उक्त विद्यालय कांग्रेसी विचार धारा का बताया जाता है । शासन में 16डी की प्रचलित कार्यवाही के तथ्यों का गोपन कर भास्कर मिश्रा पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा से अपने निजी संबध के आधार पर गैर कानूनी ढंग से प्रावधानों के विपरित मान्यता प्राप्त कर ली थी जिसकी शिकायत अगस्त 24 में शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता मोहर सिंह ने शासन आदि में की थी ।अभी भी शिकायत पर जांच लंबित है यह भी जानकारी मिली की जांच में क्लीन चिट दी जा रही है जिस कारण विवाद गहराता जा रहा है उक्त विद्यालय में वर्ष 1990 से स्थाई प्रधानाचार्य नहीं है शिक्षा अधिकारियों के संज्ञान में पूरा प्रकरण होने के बावजूद विधिक कार्यवाही न होने ओर उनके द्वारा जांच दर जांच का खेल खेलने से फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करने वाले के हौसले बुलंद है और अपने विद्यालय स्टाफ पर फर्जी मेडिको लीगल अपने पति के सहयोग से बनवाकर मुकदमे स्वयं ओर अपने मिलने जुलने वालो से लगातार लगाए जाने से तंग आकर विद्यालय के वरिष्ठ लिपिक अक्षय भारद्वाज ने सभी मुकदमों एवं प्रकरण पर सीबीआई जांच कराने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की जिसमें अस्थाई प्रिंसिपल ओर उसके पति को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया।
यह मामला शहर प्रतिष्ठित बालिका विद्यालय जानकी बाई गर्ल्स इंटर कॉलेज में श्रीमती अनीता गौतम पत्नी सतीश कुमार गौतम एक्सरे टेक्नीशियन निवासी 101 कृष्णापुरी द्वारा कूटरचित कागजातों से विषय विशेषज्ञ पद विषय हिंदी प्रवक्ता की नौकरी प्राप्त की ओर जिस विद्यालय का अनुभव पत्र लगाया वह कूट रचित था एवं विषय विशेषज्ञ हिंदी प्रवक्ता के पद पर नियुक्ति के समय संस्कृत विषय नहीं थी।
सूचना का अधिकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार विषय विशेषज्ञ पद की पत्रावलिय नियुक्ति प्राधिकारी सयुक्त शिक्षा निदेशक आगरा कार्यालय में नहीं हैं।
श्री मति गौतम ने किशोरी रमण कन्या इंटर कालेज मथुरा में विषय विशेषज्ञ हिंदी प्रवक्ता पर कार्यभार ग्रहण किया उस समय भी उनके पास संस्कृत नहीं थी और न ही उस विद्यालय द्वारा उनके पत्रजातो का सत्यापन कराया गया। जिस विद्यालय का अनुभव पत्र लगाया गया था उसी में कार्यभार ग्रहण किया जाना था। शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का लाभ उठाते हुए जानकी बाई गर्ल्स इंटर कॉलेज में हिंदी प्रवक्ता पर पर आमेलन करा पांच वर्ष की मौलिक सेवा प्रवक्ता पर पर न होते हुए अस्थाई प्रिंसिपल का प्रस्ताव कालातीत/ अस्तित्व विहीन प्रबंध समिति से कराने ओर नियम विरुद्ध प्रिंसिपल ग्रेड का वेतन लेने आदि की जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा तथा संयुक्त शिक्षा निदेशक आगरा के संज्ञान में आने के बावजूद वेतन देने आदि की शिकायत विद्यालय के अनेकों कर्मचारीयों द्वारा की गई अपनी फर्जी नौकरी बचाने के लिए अनीता गौतम ने अपने पति सतीश गौतम जो जनपद मथुरा में 35 साल से स्वास्थ्य विभाग में एक्स रे टेक्नी पद पर तैनात हैं, के सहयोग से बिना चोटों के फर्जी मेडिकल प्रपत्रों के आधार पर फर्जी मुकदमों स्वयं अपने पति और अपने मिलने जुलने वालो से लगवाने शुरू कर दिए जिससे तंग आकर विद्यालय के लिपिक ने माननीय उच्च न्यायालय से समस्त मुकदमों एवं प्रकरण पर सीबीआई जांच कराने हेतु अपराधिक रिट याचिका दायर की गई। सुनवाई दौरान सीबीआई के अधिवक्ता उपस्थित रहे।
उच्च न्यायालय अधिवक्ता कार्तिकय शरण एवं राम प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि सीबीआई जांच के आदेश देने से पूर्व माननीय उच्च न्यायालय ने अनीता गौतम एवं सतीश गौतम को नोटिस जारी करते हुए चार सप्ताह में उनका पक्ष एवं दो सप्ताह के अंदर प्रतिउत्तर दाखिल करने का आदेश जारी करते हुए अगली सुनवाई हेतु 29अप्रैल को सूचीबद्ध कर लिया है ।
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