बर्खास्त सचिव सुभाष दीक्षित के ढर्रे पर तैनात सचिव शिवमंगल मिश्रा से भी फर्जी भुगतान करवा रहे प्रधान नसीरपुर

बर्खास्त सचिव सुभाष दीक्षित के ढर्रे पर तैनात सचिव शिवमंगल मिश्रा से भी फर्जी भुगतान करवा रहे प्रधान नसीरपुर।

निलंबन की गाज झेलने वाले सचिव के बाद भी प्रधान क्यों रहे कार्यवाई से अछूते? जो पुनः करवा लिए लाखों के फर्जी भुगतान, उच्चाधिकारी कब लेंगे संज्ञान?
सकरन/सीतापुर -अपनी भ्रष्ट कार्यशैली के चलते सदैव सुर्खियां बटोरने वाली ग्राम पंचायत नसीरपुर एक बार फिर बनी चर्चा का विषय जहां लाखों रुपयों के मानकविहीन कार्य करवाते हुए पंचायत सेक्रेटरी व ग्राम प्रधान ने सरकारी धनराशि हजम कर ली।
ग्राम पंचायत में कुओं पर लोहे की जाली डलवाने व कुछ निर्माण दिखाकर तक़रीबन 4लाख रूपए की भारी भरकम धनराशि बंदर बाँट कर ली गई।

 यही नहीं ग्राम पंचायत में तैनात पंचायत सहायक द्वारा आज तक सी एस सी का कोई काम न करने के बावजूद भी ग्राम प्रधान द्वारा निजी कार्य में सचिवालय के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उपयोग में लेने के बावजूद भी डेस्कटॉप रिपेयर के नाम पर 2025-26में 22.04.2025को बिल p/24के माध्यम से 5150 रूपए निकाल लिए गए जबकि आज तक इन उपकरणों से कोई भी काम नहीं किया गया है इसी तरह p/23के माध्यम से हैंड पम्प मरम्मत के नाम पर 23120रूपए फर्जी तरीके से निकल गए जबकि ग्राम पंचायत के किसी भी हैंड पम्प में रिंच तक नहीं लगाया गया।कूड़ा अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र व उसमें लगी रोड़ा सीमेंट मौरंग विहीन इंट्रलाकिंग के जरिए मोटी रकम हजम कर ली गई ग्राम पंचायत में बनवाए गए पीली इंटों से सोकपिट भी ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के भ्रष्टाचार की गवाही चिल्ला चिल्ला दे रहे।

 ग्राम पंचायत के युवा समाजसेवी अमित अंशु अवस्थी ने ग्राम पंचायत में किए गए लुटकांड की कई बार शिकायत भी की पर ध्रतराष्ट्र बने बैठे उच्चधिकारियों के कान पर नहीं रेंगी जू परिणामस्वरुप आज सुमन के घर से लखन के घर तक बनवाई गई मानक विहीन इंटरलाकिंग में जमकर लूट की गई, कुओं की जाली निर्माण के नाम पर खुल्लम खुल्ला लूट की गई यही नहीं पूर्व प्रधान रामरक्षा के घर के पास बने कुएँ, पूर्व प्रधान तेज प्रकाश सिंह के घर के पास बने कुएँ व जमीन के बराबर हो चुके पप्पू सिंह के कुएँ सहित मजरे के तमाम कुओं को नजरअंदाज किया गया।
ग्रामीणों ने प्रधान व सचिव पर आरोप लगाते हुए बताया कि आज तक ग्रामपंचायत में कोई भी खुली बैठक न कर मनमानी तरीके से कार्ययोजना बनाकर फर्जी काम कराते हुए सरकारी धन का बंदर बाँट किया गया।
अंततः ग्राम पंचायत में हुए घोटालों कि जमीनी जाँच बाद पूर्व सचिव कि भांति वर्तमान सचिव पर दण्डात्मक कार्यवाही के साथ ग्राम प्रधान पर भी कार्यवाही कब?

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