ईद उल अज़हा के मौके पर सय्यदबाड़ा की मस्जिदुल मुत्तक़ीन में नमाज़, कुरबानी की अहमियत पर मौलाना काशिफ ज़ैदी ने डाली रौशनी

ईद उल अज़हा के मौके पर सय्यदबाड़ा की मस्जिदुल मुत्तक़ीन में नमाज़, कुरबानी की अहमियत पर मौलाना काशिफ ज़ैदी ने डाली रौशनी*

बदायूँ। शहर की मस्जिदुल मुत्तक़ीन सय्यदबाड़ा में शनिवार सुबह ईद उल अज़हा की नमाज़ अदा की गई, जिसमें शिया समुदाय के सैकड़ों लोग शामिल हुए। सुबह 9 बजे शुरू हुई इस विशेष नमाज़ की इमामत मौलाना काशिफ ज़ैदी ने की।
नमाज़ के बाद मौलाना ज़ैदी ने ईद उल अज़हा की रूहानी अहमियत और कुरबानी के मकसद पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ईद उल अज़हा का पैग़ाम त्याग, भक्ति और अल्लाह की राह में हर चीज़ कुर्बान कर देने की प्रेरणा देता है। मौलाना ने मुल्क और कौम की सलामती, भाईचारे और अमन-चैन की दुआ भी कराई।
इस मौके पर शिया तंज़ीमुल मोमिनीन कमेटी बदायूँ के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जिनमें सदर अनवर आलम, सेक्रेटरी जाबिर ज़ैदी, नायब सदर जावेद अब्बास, जरार हैदर और केशियर डॉ. अमीर हसन आब्दी एवं
अंजुमन ज़ुल्फ़िकार ए हैदरी बदायूँ के मीडिया प्रभारी ज़ैनुल इबा ज़ैदी ने जानकारी दी कि इस आयोजन में पूरी श्रद्धा और अनुशासन के साथ हिस्सा लिया गया।

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