शतरंज की विसात पर बिछने लगी गोटिया
पश्चिम उत्तर प्रदेश के दबंग ब्राह्मण नेता है श्याम
संवाददाता आलोक तिवारी
मथुरा। पश्चिम उत्तर प्रदेश के 77 वर्षीय 8बार के विजेता दबंग ब्राह्मण नेता ओर उभरते युवा नेता के बीच वर्ष 2027 में फिर देखने को मिल सकती हैं राजनीतिक जंग। जनता की पसंद कौन होगा अभी से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है जी हां हम बात कर रहे है मथुरा की सबसे हाट विधान सभा सीट मांट की।
एक तरफ राजनीति के कुशल खिलाड़ी श्याम सुंदर शर्मा और दूसरी ओर बीजेपी के युवा तेज तर्रार राजेश चौधरी की। 8 बार के विधायक श्याम को हराने के बाद क्षेत्रीय जनता को उम्मीद थी कि बीजेपी राजेश चौधरी को मंत्री बनाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके कारण मांट की जनता सोचने को मजबूर हो गई है श्याम को जीतते तो अच्छा ही रहता।
गिरकर उठना,उठकर चलना यह राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री एवं लगातार 08 बार के विधान सभा चुनाब जितने वाले ओर पिछली बार चुनाव हारने के बाद 09 बार जीत की उम्मीद में मैदान में उतर रहे है
मांट तहसील के गांव पचहरा में पिता स्वतंत्रता सेनानी पंडित लोकमणि शर्मा एवं माता बादामी शर्मा के घर 15 जुलाई 1952 को जन्मे श्याम सुंदर की प्रारंभिक पढ़ाई गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल और 08तक की पढ़ाई निकटवर्ती अलीगढ़ जनपद के सरकारी जूनियर हाई स्कूल शिवाला व कक्षा 09 में मथुरा के के.आर. इंटर कालेज मथुरा एवं चंपा अग्रवाल इंटर कॉलेज में हुई । पढ़ाई के दौरान छात्र संघ के अध्यक्ष पूर्व मंत्री सरदार सिंह का एक छात्र ने सिर फोड़ दिय इसी दौरान अनेक बार जेल जाना पड़ा ।
1991 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में जबरदस्त राम लहर के बाबजूद भी चुनाव जीत पहली बार विधायक बने जीत का यह सिलसिला 1993,1996,2002,2007,2012,2017 तक लगातार जारी रहा। 09 वीं बार भाजपा से पहली बार विधान सभा चुनाव लड़ने वाले युवा राजेश चौधरी ने हराया ।
श्री शर्मा 08 साल तक प्रदेश के केबिनेट मंत्री रहे ।श्री शर्मा ने अपने पिता,पत्नी सुधा शर्मा को जिला पंचायत अध्यक्ष भी बनाने मे सफल रहे हैं बल्कि अपने पुत्र डा. ललित शर्मा जो को कॉपरेटिव बैंक एवं सहकारी संघ अध्यक्ष भी बनाने मे सफल रहे हैं।
श्री शर्मा ने दो बार 1996 एवं 2009 में लोक सभा चुनाव लड़े और दोनों ही बार हार गए।
अब वह 2027 में विधान सभा चुनाव पूरी ताकत से लड़ने और जीतने का संकल्प व्यक्त करते हैं। और 09 वीं बार विधायक बनकर पुराने कीर्तिमान को तोड़ने को आतुर हैं
चेलों ने गुरु को पछाड़ दिया..
गुरू गुड रह गए ,चेले शक्कर हो गए.. मथुरा लोकसभा सीट से तीन बार सांसद चुने गए एवं वर्तमान राजसभा सांसद चौधरी तेजवीर सिंह को श्री शर्मा ने बैंक अध्यक्ष बनाकर राजनीति में प्रवेश कराया ।
लेकिन लोक सभा चुनाव में तेजवीर सिंह के सामने ही श्याम सुंदर शर्मा को हार का मुंह देखना पड़ा। इसी तरह मांट विधान सभा क्षेत्र के नौहझील ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में वर्तमान विधायक राजेश चौधरी की पत्नी सुमन चौधरी को श्री शर्मा ने ब्लॉक प्रमुख बनवाया।
लेकिन ब्लॉक प्रमुख चुनाव में राजेश चौधरी की पत्नी ने श्याम समर्थक प्रत्याशी को परास्त कर पुनः ब्लॉक प्रमुख पद कब्जा किया। बल्कि 2022 के विधान सभा चुनाव में राजेश चौधरी ने भाजपा की टिकिट पर चुनाव लड़कर 08 बार के विजेता श्याम सुंदर शर्मा को परास्त कर जीत का परचम लहरा दिया। 2027 के विधान सभा चुनाव में किसकी जीत किसकी हार होगी ये तो अभी वक्त तय करेगा लेकिन भाजपा विधायक और श्याम दोनों के बीच ही घमासान होने के आसार नजर आ रहे है
आज भी अनेक सत्ताधारी विधायक ,मंत्री नेताओं के यहां आने वाली जनता के मुकाबले श्री शर्मा के यहां बहुत ज्यादा भीड़ नजर आती है
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