कब प्रशासन करेगा इन पर कार्यवाही
संवाददाता आलोक तिवारी
भारत में तरक्की का हथियार देश का युवा है इस बात को देश के प्रधानमंत्री से लेकर देश के दिग्गज राजनेता भी मानते है पर वर्तमान समय में युवाओं को वरवाद करने के कई हथकंडे देश में चलाए जा रहे हैं जिसके मकड़जाल में फंस कर देश का युवा वर्ग अपने भविष्य को बर्बाद करने पर तुला है इसी क्रम में युवाओं को वरवाद करने में हुक्का वारों का भी बड़ा योगदान है अभी तक हुक्का बार बड़े शहरों तक सीमित थे पर अब हुक्का वारों के मालिकों ने छोटे छोटे शहरों को भी अपनी लिस्ट में शामिल कर लिया मथुरा में भी तमाम हुक्का बार संचालित किए जा रहे हैं जिन पर प्रशासन नजर बंद कर बैठा है ये हुक्का पार्लर छोटे छोटे स्कूली बच्चों को आसानी से अपना शिकार बना रहे हैं जब से मथुरा में दबंग सीओ आशना चौधरी ने अपना कारनामा कर स्पा सेंटरों पर नकेल कसी है जब से मथुरा की जनता के मन में विश्वास पैदा हुआ है कि अब कुछ सुधार मथुरा में होकर रहेगा इसी के चलते लोग खुफिया तौर पर शिकायत करने लगे हैं और कार्यवाही का भरोसा भी मिला है।
सूत्रों से जानकारी मिली कि मथुरा के थाना हाइवे क्षेत्र के मोतिमंजिल इलाके में, थाना कोतवाली क्षेत्र, थाना गोविंद नगर इलाके में कई हुक्का बार कैफे की शक्ल में संचालित किए जा रहे हैं, इन हुक्का वारों में कम उम्र के स्कूली छात्र छात्राओं के जाने की जानकारी भी मिली है , कई कैफे में केविन सुविधा भी मुहैया कराई जा रही है जिसके चलते कम उम्र के बच्चों की जिंदगी के साथ खिलबाड़ किया जा रहा है।
इन सब अनैतिक रूप से चल रहे कैफे की शक्ल में हुक्का वारों की जानकारी इलाका पुलिस को ना हो ये अचरज का विषय है पर अभी तक इन पर कार्यवाही ना होना पुलिस की नाकामी या किसी आर्थिक स्वार्थ की ओर इशारा करती है, कहा जाता है कि पुलिस उड़ती चिड़िया के पर गिन लेती हैं तो ऐसे कृत्य शहर में कैसे पुलिस की नजरों से बच कर अपने कामों को अंजाम दे रहे हैं, सूत्रों से पता चला है कि असंवैधानिक तरीके से चलने वाले ये कैफे कैविन मुहैया करने के 500 से 2000 तक चार्ज वसूलते है, कही कही तो शराब भी इन हुक्का बार और कैफे में परोसी जा रही है।
थाना हाइवे क्षेत्र में तो हुक्का बार संचालकों की दबंगई इस हद तक सुनी गई है कि थाने से चंद कदमों की दूरी पर ही एक कैफे खोल कर धंधा चलाया जा रहा है, जब मथुरा में इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है और पुलिस को कानों कान खबर ना होना बड़ा अजीब लगता है, इस बात पर भरोसा भी किया जा सकता है कि मथुरा में स्पा की आड़ में धंधा फल फूल रहा था सब मौन थे, एक दबंग अधिकारी ने कार्यवाही करने की ठानी तो सारा कचरा सामने आ गया मथुरा की जनता अब सीओ आशना चौधरी पर भरोसा कर बैठी है कि जल्द युवाओं को वरवाद करने वाले हुक्का वारों पर ताले लगे नजर आयेगे।
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