संवाददाता आलोक तिवारी
वृंदावन के चैतन्य विहार फेज 2 आवासीय कॉलोनी के निवासी की परेशानियां को दरकिनार करते हुए , मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता और उनके अधीनस्थ अपने निजी स्वार्थ के लिए वृंदावन के स्वरूप को नष्ट और तहस-नहस होता हुआ मुकदर्शक बनकर देख रहे हैं ।
जानकारी के अनुसार इस कॉलोनी के आवासीय स्वरूप को प्रभावित कर रहा है। कॉलोनी के सेक्टर 4 में फौजी भवन के सामने ,श्री कृष्णा धाम के बगल में, 60 फुटा रोड पर एक तीन मंजिला कमर्शियल होटल का निर्माण कार्य चल रहा है, जो विकास प्राधिकरण के मानकों एवं नियमों के अनुरूप नहीं है। यह निर्माण स्पष्ट रूप से अवैध है और कॉलोनी के आवासीय स्वरूप को नष्ट कर रहा है।
ऐसे और भी होटल बन रहे हैं
पूर्व में इस संबंध में शिकायत की गई थी, लेकिन तत्कालीन जूनियर इंजीनियर द्वारा कोई जांच या कार्रवाई नहीं की गई। वर्तमान जूनियर इंजीनियर को इस निर्माण से संबंधित कोई जानकारी नहीं है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई है। यह कॉलोनी स्वयं मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित की गई थी। इस कॉलोनी को आवासीय क्षेत्र के रूप में डिजाइन किया गया था। अब यहां अवैध निर्माणों के माध्यम से कमर्शियल गतिविधियां बढ़ रही हैं, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
इसके अलावा, अवैध उगाही (रिश्वतखोरी) के माध्यम से इन निर्माणों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे प्राधिकरण की साख पर भी सवाल उठता है। यह बहुत ही चिंता का विषय है, क्योंकि इससे वृंदावन का पवित्र एवं सांस्कृतिक स्वरूप खतरे में पड़ रहा है।
ऐसे निर्माणाधीन भवन की तत्काल जांच की जाए, अवैध कार्यों को रोका जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, अवैध उगाही की भी गहन जांच की जाए ताकि भविष्य में ऐसे उल्लंघनों को रोका जा सके और कॉलोनी का वास्तविक स्वरूप संरक्षित रह सके ।
0 टिप्पणियाँ