"माननीय राष्ट्रपति महोदय"
"हिंदू समाज का लक्ष्य केवल अपना उत्थान नहीं बल्कि विश्व को सही दिशा देना है"
दत्तात्रेय होस बोले RSS
"होस बोले जी शिक्षा चिकित्सा विज्ञान आधुनिकता उद्योग के उत्थान के लिए कुछ करिये बहुत हुआ हिंदुत्व हिंदू राष्ट्र भगवा"
होशबोले जी आप समाज को भ्रमित कर रहे हैं सच नहीं कह रहे हैं 80 करोड़ कंगाल है 22 करोड़ कुपोषित है 100 करोड लोगों को शिक्षा चिकित्सा उपलब्ध नहीं हो पा रही है क्योंकि उनके पास कुछ है नहीं शिक्षा चिकित्सा महंगी है जिस हिंदू समाज की बात आप कर रहे हैं वह हिंदू समाज एक्चुअली RSS के पेट से निकला है यह पुराना हिंदू समाज नहीं है आपकी हिंदू समाज में हिंसा भय बलात्कार गरीबी विषमता दमन नफरत है।यह कोई फिक्शन नहीं लिख रहा हूं यह नजर के सामने दिखाई दे रहा है जिनके पास आंखें हैं वह देख सकते हैं।
होस बोले जी आप कुदाल नहीं चलाते कोई रोजगार नहीं करते कोई नौकरी चाकरी नहीं करते। किसानो की कमाई खाते हैं मजदूरों के उत्पादन पर जीते हैं पहले अपनी निजी खाने-पीने और कल्याण के लिए उद्यम करिए।अपने समाज और देश को सही दिशा दीजिए
RSS के पेट से पैदा BJP ने ऐसी नफरत बोई कि हिंदू मुसलमान अलग बंट चुका है और जाति का जहर ऐसे घोला है कि जाति जाति से लड़ रही है। हिंदू समाज के अंधविश्वास पाखंड सामाजिक बुराइयों ने इस देश को 190 वर्ष तक गुलाम रखा। दयानंद सावित्रीबाई ज्योतिबा फुले विवेकानंद ई वी रामास्वामी उर्फ पेरियार अंबेडकर जैसे महापुरुषों को अपने ही समाज से लड़ना पड़ा.
RSS जिस हिंदू समाज को गढ़ रही है उसमें भय हिंसा बलात्कार आक्रोश घृणा नफरत है
होश बोले जी आपके पास क्या है? मंदिर मस्जिद मूर्ति अंधविश्वास पाखंड नफरत बेरोजगारी गरीबी विषमता कुपोषण और सबसे बड़ा '"शब्द जाल"
होश बोले जी लोगों की गाढी कमाई एवं टैक्स पर पलने वाली सुरक्षा एवं मीडिया लेकर लोगों में जहर घोल रहे हैं
आपकी हिंदू समाज के ब्रांड एवं RSS रूपी नफरत की फैक्ट्री से निकले नरेंद्र मोदी आटा चावल दाल तेल चीनी शिक्षा चिकित्सा रेल पर ऐसा टैक्स लगाया कि दुनिया में उसकी मिसाल नहीं है सड़कों पर निजी गाड़ियों पर टैक्स बाइक पर टैक्स। शिक्षा चिकित्सा रेल ऊंची कीमतों पर बाजार में बेची जा रही है?
नफरत घृणा हिंसा महंगाई बेरोजगारी गरीबी बलात्कार हत्या भारत का नाम बदलना'तिरंगा को कुचलना'संविधान को कुचलना आज यही आपकी' आप द्वारा नवनिर्मित हिंदू समाज की और आरएसएस की प्रयोगशाला से निकले नरेंद्र मोदी की विशेषता है क्या इसी से विश्व को सही दिशा देंगे?
दत्तात्रेय जी आपके पास कोई विवेकानंद ज्योतिबा बाई गांधी पेरियार दयानंद अंबेडकर सुभाष भगत सिंह चंद्रशेखर बिस्मिल अशफाक नहीं है.आपके पास हेडगेवार गोडसे नरेंद्र मोदी हिंदू राष्ट्र भगवाध्वज हिंदुत्व के हुड़दंगाई हैं
आपकी सभा पर करोड़ों रुपए का खर्च होता है यह सही है कि यह सरकारी खजाने से नहीं होता परंतु उससे भी बड़ा सत्य है इसके लिए आप विदेशी चंदा नहीं लेते परंतु इतना तो मानते हैं कि यह भारत का चंदा है
भारत' गांधी के 'हिंद स्वराज' सुभाष बाबू की 'जय हिंद' भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद बिस्मिल अशफ़ाकउल्ला खान के 'सोशलिज्म''सेकुलरिज्म'को मत मिटाइए बिल्कुल मत मिटाइए 11 वर्षों में जो हिंदुस्तान हमारे सामने खड़ा है वह 11 वर्ष पूर्व नहीं था. मैं अपनी बात एक उदाहरण से खत्म करूंगा 2013 में पीएचडी के लिए मेरा एनरोलमेंट दिल्ली यूनिवर्सिटी में हुआ और मैं रु 4200 में वहां से
पीएचडी पूरा किया ऊपर से स्कॉलरशिप भी लिया एक बात और होश बोले जी जिस सभा में जिस जगह पर खड़े होकर हिंदू समाज से दुनिया को दिशा देने की बात कर रहे हैं इस शहर में इस समाज में आपकी सरकार में दुनिया का दूसरा सोमालिया गोरखपुर में है
डॉ मोहन भागवत और दत्तात्रेय जी की मृदु वाणी का सम्मान करता हूं परंतु, हिंदुत्ववादी RSS का बिल्कुल नहीं और उसके पतन की इच्छा व्यक्त करता हूं और यह जानता हूं कि यदि हिंदू राष्ट्र की मांग आरएसएस ने नहीं छोड़ी शिक्षा चिकित्सा विज्ञान की उत्थान के लिए काम नहीं किया तो समय के साथ समाप्त हो जाएगा यह 'इंकलाब' रिवॉल्यूशन' के तहत समाप्त हो जाएगा.
सम्माननीय राष्ट्रपति' सम्माननीय मुख्य न्यायाधीश को प्रतिलिपि आशय के साथ कि भारत को पतन
की ओर ले जाने वाले आरएसएस बैन करें.
डॉ संपूर्णानंद मल्ल
पूर्वांचल गांधी
सत्यपथ गोविंद नगरी थाना शाहपुर गोरखपुर
9415418263
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