राज्य मुख्यालय पर संवाददाता विनीत गुप्ता की रिपोर्ट
कर्ज ने ले ली 4 की जान---शाहजहांपुर में परिवार के सुसाइड मामले में 3 सुसाइड लेटर मिले, मृतक ने सूदखोर से लिए थे 12 लाख, 32 लाख दे चुका था, 70 लाख रुपए और मांग रहा।
यूपी के शाहजहांपुर में सोमवार को फांसी के फंदे से पति-पत्नी और 2 बच्चों के शव लटके हुए मिले थे। मंगलवार को पता चला कि यह दर्दनाक घटना सूदखोरी के चलते हुई। घटनास्थल से तीन सुसाइड नोट मिले हैं। जिसके आधार पर जब पुलिस ने तफ्तीश की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
मृतक अखिलेश ने अपने तीनों सुसाइड लेटर में एक ही बात लिखी है- 'अगर मेरे बच्चे जिंदा रहे तो यह सूदखोर उन्हें भी नोच डालेंगे।'
अखिलेश के बुजुर्ग पिता सिर पर हाथ रखकर कहते हैं कि कभी उसने अपनी परेशानी जाहिर ही नहीं होने दी। अगर मुझे पता होता तो शायद मेरा परिवार मेरे साथ होता। फिलहाल पिता अशोक गुप्ता ने सुसाइड लेटर के आधार पर सूदखोर अविनाश के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस की टीम उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
12 के 32 लाख चुकाए, सूदखोर 70 लाख और मांग रहा था
तीन सुसाइड लेटर में सिर्फ सूदखोर के बारे में ही लिखा हुआ है। हालांकि पुलिस सुसाइड लेटर सामने नहीं ला रही है, लेकिन बताया यही जा रहा है कि अखिलेश ने तीनों ही लेटर में एक ही बात लिखी है। लेटर के नीचे अखिलेश और उसकी पत्नी रेशु के सिग्नेचर भी हैं।
जानकारी के मुताबिक घर बनवाने और कुछ पैसा बिजनेस में लगाने के लिए अखिलेश ने 12 लाख रुपए ब्याज पर उठा लिए। जबकि दिसंबर से लेकर मई 2021 तक अखिलेश सूदखोर अविनाश को 32 लाख रुपए दे चुके हैं और 70 लाख की मांग अविनाश और कर रहा था।
मकान का बैनामा भी करा लिया था, खाली करने का दबाव
सूदखोर अविनाश ने अखिलेश पर इतना दबाव बनाया कि जिस मकान को बड़े अरमानों से उसने बनाया था और 7 माह पहले ही उसमें शिफ्ट हुआ था। उसका बैनामा भी सूदखोर को कर दिया था। बताया जा रहा है कि सूदखोर अविनाश उस मकान को खाली करने का दबाव भी बना रहा था।
पड़ोसियों के मुताबिक 2 दिन पहले भी अखिलेश के घर पर कुछ लोग आए थे। दोनों में जोर-जोर से बात हो रही थी। पुलिस को घटनास्थल पर एक अलमारी से एक डायरी भी बरामद हुई है। डायरी में सूदखोरी का हिसाब किताब लिखा हुआ है।
पिता ने घर बनाने के लिए दिए थे 5 लाख
'...क्या पता था? इन बूढ़ी आंखों से अपने जवान बेटे की लाश देखने को मिलेगी। इससे बड़ा दुर्भाग्य हमारा क्या होगा' यह कहना है अखिलेश के पिता अशोक गुप्ता का। अशोक बरेली के फरीदपुर में बीएएमएस डॉक्टर हैं।
उन्होंने बताया कि अखिलेश लगभग 15 साल पहले फरीदपुर से शाहजहांपुर दवा का बिजनेस करने आ गया था। इसी बीच कन्नौज की रेशु से उसकी शादी हुई और दो बच्चों को जन्म भी दिया। अभी 2 साल पहले जब वह कच्चा कटरा में मकान बनाने जा रहा था तो मैंने उसे 5 लाख रुप, दिए थे। अभी 2 दिन पहले अपनी मां से फोन पर बात की तब भी कोई परेशानी नहीं बताई। पिता अशोक कहते हैं कि वह मुझे बताता तो ऐसी नौबत नहीं आती।
प्री-प्लान तरीके से की अखिलेश ने की आत्महत्या
अखिलेश गुप्ता ने आत्महत्या का बाकायदा प्लान बनाया था। जबकि सोमवार सुबह फोन पर हुई कुछ लोगों से बातचीत में उसने ऐसा कुछ जाहिर नहीं होने दिया। पुलिस की जांच में पता चला है कि अखिलेश जूट की रस्सी लाया था। जिससे उसने अलग-अलग चार फंदे बनाए थे। साथ ही चाय में नशीली गोलियां डाली गई थीं। बच्चे जब चाय पीकर बेसुध हो गए तो उन्हें लटकाया गया। फिर पत्नी और फिर खुद फांसी से लटक गया। बताते है कि घर के अंदर जो भी गया वह वहां का भयानक मंजर देख रोता हुआ ही बाहर आया है।
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