चार सूत्रीय मांगों को लेकर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा एवं न्याय अधिकार चौपाल द्वारा संयुक्त रुप से जिलाधिकारी झांसी के माध्यम से उ०प्र० के मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

 


चार सूत्रीय मांगों को लेकर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा  एवं न्याय अधिकार चौपाल द्वारा संयुक्त रुप से जिलाधिकारी झांसी के माध्यम से उ०प्र० के मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

रिपोर्ट नीरज जैन ,झांसी। आज दोपहर 12:00 बजे माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के जिलाध्यक्ष एवं न्याय अधिकार चौपाल के अध्यक्ष बी०एल०भास्कर के नेतृत्व में जिले के माध्यमिक वित्तविहीन विद्यालयों के प्रबंधक /प्रधानाचार्य, शिक्षकगणों एवं न्याय। अधिकार चौपाल के पदाधिकारी गणों के साथ दोपहर 12:00 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन झांसी के जिलाधिकारी आंद्रा वामसी को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें प्रदेश के माध्यमिक वित्तविहीन विद्यालयों में पढ़ाने वाले 22,000 से अधिक इंटर कॉलेजों के 350000 शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय दिए जाने की मांग की तथा प्रदेश के माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों की सेवा सुरक्षा नियमावली लागू किए जाने की एवं प्रदेश के जूनियर हाई स्कूलों एवं माध्यमिक इंटर कॉलेजों को 1 जुलाई से छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन हेतु विद्यालय खोलने के आदेश जारी करने की मांग की गई ताकि प्रवेश प्रक्रिया परीक्षा फल वितरण एवं अन्य लंबित विद्यालयों के कार्यों को पूरा किया जा सके की मांग की साथ ही कोरोना महामारी से उत्पन्न आर्थिक समस्या से जूझ रहे प्रदेश के माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक एवं कर्मचारियों जो भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं उन्हें आर्थिक पैकेज जारी करने की ज्ञापन में मांग की गई। ज्ञापन देते समय समर्थन में पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार प्रदीप जैन आदित्य भी अपने साथियों के साथ जिलाधिकारी झांसी से मिले तथा वित्तविहीन शिक्षकों की ओर से उन्होंने ज्ञापन सौंपते हुए जिलाधिकारी झांसी को बताया कि प्रदेश के माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं पूर्व अखिलेश सरकार द्वारा माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय शुरू किया गया था लेकिन योगी सरकार बनते ही मानदेय को बंद कर दिया। 


जिससे वित्तविहीन शिक्षकों में अत्यधिक निराशा है और कोरोना महामारी के चलते 2 साल से विद्यालय बंद होने के कारण प्राइवेट शिक्षकों एवं उनके विद्यालय संचालकों के सामने आर्थिक स्थिति की समस्या गंभीर हो गई है। जिससे वह बेरोजगार हैं और रोजी रोटी व परिवार का भरण पोषण करने के लिए उनके पास कोई रास्ता नहीं है। वैसे भी वित्तविहीन शिक्षकों को 3000 से लेकर  ₹7000 विद्यालय से मिल पाते थे और विद्यालय के बाद प्राइवेट शिक्षक ट्यूशन आदि करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे लेकिन कोरोना महामारी की वजह से 2 वर्ष से विद्यालय बंद है जिससे इनकी स्थिति बहुत दयनीय हो गई है। सरकार को चाहिए कि इन्हें शीघ्र मानदेय के साथ-साथ सेवा सुरक्षा नियम वाली लागू करने एवं कोरोना महामारी की वजह से उत्पन्न आर्थिक परेशानियों को देखते हुए आर्थिक पैकेज मुख्यमंत्री जी जारी करें।मैं एवं मेरी कांग्रेस पार्टी वित्तविहीन शिक्षकों का एवं उनकी मांगों का पुरजोर समर्थन करते हैं । उनके हक की लड़ाई में  कांग्रेस पार्टी पूरा साथ देने को तैयार है। वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र शर्मा ने कहा की माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों के आंदोलन एवं जब तक उन्हें सम्मानजनक मानदेय नहीं मिल जाता हम अधिवक्ता भाई भी सड़क से लेकर न्यायालय तक लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। प्रियांशी प्रांतीय शिक्षक नेता श्रीमती अर्चना गुप्ता ने कहा की सरकार यदि वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय एवं सुरक्षा सेवा नियमावली आर्थिक पैकेज जारी नहीं करती तो अब आंदोलन पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा धरना प्रदर्शन से लेकर आमरण अनशन किया जाएगा।‌ जिला अध्यक्ष बी. एल. भास्कर ने कहा की 2007 से बराबर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन आंदोलन आमरण अनशन से लेकर सभी तरह के ज्ञापन पूर्व सरकारों से लेकर वर्तमान सरकारों को भेजकर वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं को अवगत कराया गया पूर्व सरकार अखिलेश सरकार द्वारा ₹1000 मासिक मानदेय शुरू किया जो वर्तमान सरकार द्वारा बंद कर दिया गया जबकि सरकार बनाने में माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों ने भरपूर सहयोग किया और पूर्ण बहुमत की सरकार बनवाई लेकिन उनके साथ अपेक्षा की जा रही है जो अन्याय है। मुख्यमंत्री महोदय जी से अनुरोध करते हैं कि पी 3 शिक्षकों के साथ न्याय करते हुए उन्हें सम्मानजनक मानदेय सेवा शर्त नियमावली एवं उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण करना चाहिए, अन्यथा की स्थिति में पूरे प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षक सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाद होंगे ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, प्रांतीय नेता श्रीमती अर्चना गुप्ता, बी. एल. भास्कर जिलाध्यक्ष झांसी, संजीव विश्वकर्मा, अनिल प्रभा दुबेद्बी, प्रधानाचार्य  दुर्गाप्रसाद झा, नरेन्द्र कुशवाहा झांसी महानगर अध्यक्ष न्याय अधिकार चौपाल, बी.के. वर्मा, अजय पटेरिया, सुरेंद्र सिंह प्रवक्ता, अनीश खान प्रवक्ता, अजय पटेरिया प्रवक्ता, लल्लू सोनी, वरिष्ठ सदस्य एवं समस्त वित्तविहीन  शिक्षकगण आदि उपस्थित रहे।

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