जब सड़कों पर शराब बेचेंगे तो नारी बलात्कार हिंसा दुर्घटना एवं मौत कैसे रुकेंगी ?


"सम्माननीय राष्ट्रपति महोदया"
ज्ञापन द्वारा 
श्रीमान आयुक्त
गोरखपुर

"हमें संविधान चाहिए न कम न अधिक और इसे लेकर रहूंगा"

"महोदया"
कर एवं कीमत"की क्रिमिनलाइज्ड व्यवस्था तत्काल समाप्त नहीं की गई  तो करोड़ों गरीब' महिलाएं' बच्चे कुपोषित हो जाएंगे और वृद्धि जीवन गवा देंगे । संसद में बिना सम्यक बहस करारोपण की पुरानी व्यवस्था तोड़कर जल्दी बाजी में gst क्यों लागू की ? महंगाई से मारती मनुष्यता' को बचाने के दो रास्ते हैं या तो "करारोपण की पुरानी व्यवस्था"लागू कर दें या gst उत्पादन का "एक बटे छठा"( 1/6) भाग करें। खाने पीने पर gst  समाप्त कर दें क्योंकि यह जुर्म एवं अपराध है

"महोदया"
गरीबी' एवं महंगाई अपराध' का रूप ले चुकी है।यह सरकार द्वारा कर"एवं कीमतों' में 'मनमानी वृद्धि'से पैदा हुई है। महंगाई गरीब को कुपोषित 'विकलांग' कर रही है मार रही है  

"महोदया"
सरकार को 100 से अधिक पत्र एवं ज्ञापन भेजा परंतु गरीबी एवं महंगाई पैदा करने वाली क्रूर हुकूमत ने मेरी एक न सुनी। मैं पुनः निवेदन करता हूं  सरकार अपने उन सभी मनमानी आदेशों को वापस ले ले अन्यथा सत्य' एवं अहिंसा' की पूरी ताकत से ऐसे "मनमानी आदेशों' को उसी तरह  तोड़ दूंगा जैसे गांधी ने अंग्रेजी नमक कानून तोड़ा था।

महोदया"
कोई मनुष्य' या मनुष्य की जाति' जिसमें प्राण है मनुष्यता है चावल आटा गेहूं दाल तेल चीनी दवा हवा पानी पर कर"कैसे लगा सकता"? इस पर कर" गरीबों के जीवन"का हनन है जीवन  के अधिकार (अनु 21) की हत्या है। gst प्रति माह पौने दो लाख करोड़ की वसूली क्यों ? 28% gst क्रूर' इडियट'ही लगा सकता है क्योंकि कुछ उदाहरण छोड़ दिया जाए तो टैक्स रेट' परंपरागत"(जिसे हिंदू रेट ऑफ़ टैक्स) रूप से उत्पादन का "एक बटे छठा भाग"(1/6) था। gst 1/6 कर
कर दें ताकि खुली एवं बेशर्म लूट रुक जाय।

 "महोदया"
मैं अपने आप से यह प्रश्न पूछता रहता हूं जब राष्ट्रपति मंत्री सांसद विधायक सहित 38 प्रकार के VIP की गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लगता तब लोगों की गाड़ियों पर टोल टैक्स क्यों? यह तो नजर के सामने ही समानता के मौलिक अधिकार ( अनु14-18)की हत्या है। जब सड़कों पर हमारे गाड़ियों पर टैक्स वसूलेंगे तो स्वतंत्रता पूर्वक कहीं आने-जाने के हमारे मौलिक अधिकार का क्या होगा?इस गुंडा टैक्स को समाप्त कर दें। जब किसी भारी ट्रक पर 500 से ₹900 प्रति टोल' टोल टैक्स ले लेंगे' तंब महंगाई रुकेगी कैसे? इसलिए प्रति ट्रक, प्रति KM एक रुपए टोल टैक्स करें।

"महोदया"
हममें से हर किसी को मालूम है कि 80 करोड़ गरीब 5 किलो खैरात के अनाज में अपना जीवन ढूंढ रहे हैं उसके पास एक पैसा नहीं की वे शिक्षा चिकित्सा न्याय और जनसंचार खरीद सकें फिर भी शिक्षा चिकित्सा न्याय और रेल संचार बाजार में बेची जा रही है। शिक्षा चिकित्सा न्याय एवं रेल संचार फ्री करें।

"महोदया"
यह जानते हुए की डीजल पेट्रोल सीएनजी एवं घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि से लोगों का जीवन तंग हो जाएगा ,सरकार ने कीमतों में वृद्धि की। इसे क्रमशः 61 रुपए 71, 61 एवं ₹500 प्रति सिलेंडर कर दें।

"महोदया"
जब सड़कों पर शराब बेचेंगे तो नारी बलात्कार हिंसा दुर्घटना एवं मौत कैसे रुकेंगी ? सरकार ने मदिरा की मॉडल शॉप खोलकर भारत को शराब की मंडी बना दी। यह बुद्ध कबीर नानक विवेकानंद गांधी मनमोहन सिंह एपीजे अब्दुल अन्ना हजारे रतन टाटा मानवतावादी न्यायाधीश व रमन डी वाई चंद्रचूड़ का देश है। मदिरा की मॉडल शॉप को दुग्ध की मॉडल साथ में बदल दें और प्रत्येक शहरी मजदूर को ढाई सौ ग्राम दूध का पाउच मुफ्त दें ताकि शराब गरीबों उसके बच्चों सहित उसके परिवार को जिंदा दफन न कर सके। यदि यह संभव नहीं है तो देश में चलने वाले जहरालय"बंद कर दें.

"महोदया"
लोगों के वोट से माननीय बनने वाले लोग एक से अधिक पेंशन ले रहे हैं और वोट देने वाला गरीब वृद्ध"भोजन एवं दवा के अभाव में, तड़पकर दम तोड़ रहा है। 

महोदया'
संविधान इसकी अनुमति नहीं देता फिर भी सत्ता के भूखे थोड़े से लोगों ने संविधान का कत्ल कर जीवन' एवं मानवता' को पैरों तले कुचल दिया।
सत्य और अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं कि जब संसद पर सत्याग्रह करूंगा तब जीवन एवं मनुष्यता को मारने वाले सभी मनमाने आदेशों को तोड़ दूंगा और 'समता की आत्मा से निर्मित संविधान"लागू करने पर विवश कर दूंगा।

मैं किसी गिरोह बंद दल का दलाल नहीं हूं

संपूर्णानंद मल्ल           सत्यपथ PS शाहपुर।   गोरखपुर
9415418263          snm.190907@yahoo.co.in

                         दूसरा ज्ञापन

"महामहिम राष्ट्रपति"           भगत सिंह जयंती 2023

ज्ञापन द्वारा 'श्रीमान आयुक्त' गोरखपुर

     मुझे समानता की आत्मा से बना  संविधान चाहिए

"सम्माननीय महोदया"
"जिस देश की आबादी 142 करोड़ है जिसकी लगभग आधी आबादी बेरोजगार एवं गरीब है उसे देश की सरकारें सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को निजी हाथों में बेच रही हैं। समय के साथ इस मुल्क के किसान और मजदूरो यूं ही दफन हो जाएंगे राष्ट्र केंचुए की तरह कमजोर हो जाएगा। मंदिर एवं मदिरालय बच जाएंगे। बलात्कारी अपराधियों भ्रष्टाचारियों से भरी विधायिका बच जाएगी।

महोदया"
जब प्रिंबल ऑफ़ कॉन्स्टिट्यूशन में समाजवादी" शब्द का उल्लेख है फिर सार्वजनिक कंपनियों संस्थान को निजी हाथों में क्यों बेचा जा रहा है या बेच दी गई?

 महोदया"
बहुत सारे विशेषज्ञों ने उदारीकरण का अर्थ सार्वजनिक उपक्रम का निजीकरण'समझ लिया। बहुत से विशेषज्ञ यह जानते हुए कि निजीकरण एवं उदारीकरण में जमीन आसमान का फर्क है, हिंद की संपत्ति' एवं संसाधन' निजी हाथों को बेचने की वकालत की।और बेच दी। इसकी नीव पिछली सदी के अंतिम दहाई में पिछली सरकार ने ही रख दी थी।

1993 के बाद देश में बेची गई सार्वजनिक संस्थाओं उपक्रमों को जो हाथों को बेच दी गई है अधिग्रहित कर सार्वजनिक घोषित कर दी जाए।

कोरोना कल के दौरान पूंजीपतियों एवं दवा उत्पादों की संपत्ति में जितने गुने या प्रतिशत की वृद्धि हुई है उसे छीन लिया जाए क्योंकि वह लूट की संपत्ति है ।

ट्रस्ट' रिलिजियस ट्रस्ट' पॉलीटिकल पार्टी' की संपत्ति एवं संसाधन छीन ली जाए क्योंकि यह चोरी एवं चंदे के पैसे है।

महोदया'
संविधान इसकी अनुमति नहीं देता फिर भी सत्ता के भूखे थोड़े से लोगों ने संविधान का कत्ल कर जीवन' एवं मानवता' को पैरों तले कुचल दिया।
सत्य और अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं कि जब संसद पर सत्याग्रह करूंगा तब जीवन एवं मनुष्यता को मारने वाले सभी मनमाने आदेशों को तोड़ दूंगा और 'समता की आत्मा से निर्मित संविधान"लागू करने पर विवश कर दूंगा।

मैं किसी गिरोह बंद दल का दलाल नहीं हूं।

संपूर्णानंद मल्ल     सत्यपथ PS शाहपुर।   गोरखपुर
9415418263        snm.190907@yahoo.co.in

                        तीसरा ज्ञापन

महामहिम राष्ट्रपति"           भगत सिंह जयंती 2023

ज्ञापन द्वारा 'श्रीमान आयुक्त' गोरखपुर

     मुझे समानता की आत्मा से बना संविधान चाहिए

"महोदया
सांसद विधूड़ी द्वारा इस्लाम पंथी दानिश को दी गई गाली एक नवीन तरह का आतंकवाद पैदा करेगी"

"महोदया"
मैं नहीं जानता कि सांसद दानिश ने सांसद रमेश बिधूड़ी को किन शब्दों में संबोधित किया परंतु रमेश बिधूड़ी ने संसद में दानिश के लिए 'ओ मुल्ले"उग्रवादी"आतंकवादी' शब्दों का इस्तेमाल किया। ये शब्द हिंद को गाली है। क्योंकि फैजाबाद का मौलवी अहमदुल्ला रानी झांसी का तोपची गौसखां इलाहाबाद का क्रांतिकारी लियाकत अली बरेली का क्रांतिकारी वक्तखां दिल्ली का बहादुर शाह जफर नाना साहब का सिपहसालार अजीमुल्ला हमारे हृदय पर राज करने वाले अशफ़ाकउल्ला खान एपीजे अब्दुल कलाम हिंदुस्तान हैं और मोहम्मद पंथी है।
 इस उग्रवादी'आतंकवादी' को JNUके रिसर्च स्कॉलर उमर खालिद के साथ जेल में बंद किया जाए और माननीय  सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाए ताकि तय किया किया जा सके की किसका अपराध बड़ा है और किसका छोटा? और यदि ऐसा नहीं कर सकते तो उमर खालिद जेल में क्यों उसे तत्काल रिहा करें।

'महोदया'
सत्य और अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं कि जब संसद पर सत्याग्रह करूंगा तंब 'समता की आत्मा से निर्मित संविधान"लागू करने पर विवश कर दूंगा।

संपूर्णानंद मल्ल           सत्यपथ PS शाहपुर।   गोरखपुर
9415418263          snm.190907@yahoo.co.in

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ