"महामहिम राष्ट्रपति महोदया"
ज्ञापन द्वारा
श्रीमान आयुक्त गोरखपुर
"सत्य"अहिंसा' की जितनी जरूरत व्यक्तिगत जीवन में है उससे अधिक सार्वजनिक जीवन में"
"निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स स्वतंत्रता' एवं समानता' के मौलिक अधिकार की हत्या है इसे समाप्त करें"
142 करोड लोगों, 545, 243 माननीय सांसद,में किसने निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स की मांग की? यदि किसी ने नहीं की तो इसे लगाया क्यों गया? किस माननीय सांसद ने यह विचार रखा की वह अपनी गाड़ी पर टैक्स नहीं देगा और लोगों की गाड़ी पर टैक्स का कानून बनाएगा? निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स मनमाना"अनैतिक"असंवैधानिक"है।
निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स न केवल असंवैधानिक है वरन अपराध" से अभिन्न"है। जमीन हमने' दी टैक्स हमने दिया' सड़के हमने बनाई' वोट देकर सांसद हमने बनाया' फिर सदनों में पहुंचकर हमारी चंमडी उधेड़ने का टैक्स क्यों लगाया? कर्ज आदि लेकर बड़े मुश्किल में कोई व्यक्ति बीमार को लेकर इलाज करने जाता है जब टोल पर पहुंचता है तो उसे टोल टैक्स देना पड़ता है। यह ऐसा नायाब तरीके का अपराध है जो कानून" एवं सरकार' की चादर ओढ़ कर किया जाता है। इस पूरे सिस्टम में "मनुष्यता"नहीं है। संविधान की प्रत्येक शब्द" एवं पंक्तियां"जीवन" की हिफाजत' स्वतंत्रता'और समानता'की रक्षा में में लिखी गई हैं।
सांसद विधायक मंत्री प्रधानमंत्री सहित तीन दर्जन से अधिक VIPकी गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लगता फिर लोगों की गाड़ियों पर टोल टैक्स क्यों?स्पष्टतः यह समानता के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 14-18 की हत्या है। वहां VIP आधार पर टैक्स में छूट का कोई उल्लेख नहीं है
महोदया"मै निवेदन करता हूं की निजी गाड़ियों पर आर्बिट्रेरी" अनकांस्टीट्यूशनल टोल टैक्स समाप्त किया जाय या प्रत्येक टोल प्लाजा पर दोनों तरफ एक एक टोललेन फ्री कर दें ताकि जिनके पास पैसे न हो वह पैसे के अभाव में कहीं आने-जाने के मौलिक अधिकार से वंचित न हो।निजी गाड़ी रखने वालों में 80% ऐसे लोग हैं जिन्होंने गाड़ी लोन पर या उधार पर लिया है ऐसे लोग कहीं आने-जाने पर तेल भरवाने में ही तबाह है फिर मार्गों पर लूट के अड्डे और उन अड्डों पर खड़े गुंडे निजी गाड़ी वालों को लूट लेते हैं।
महोदया" हमें स्वतंत्रता में सांस लेने दीजिए। खाना" बोलना" चलना"मां से हासिल ऐसा अधिकार है जिसे लेने हरने"का अधिकार किसी को नहीं। यह कैसी स्वतंत्रता है? इसमें हमारे ऊपर बंदिश ही बंदिश है।
महोदया" कई दर्जन पत्र एवं ज्ञापनों में मैं बार-बार निवेदन किया कि निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त करें। परंतु आपके नाम काम करने वाली सरकार मेरे निवेदन को खारिज कर रही है। पुनःनिवेदन करता हूं ऐसे असंवैधानिक"मनमानी"
टोल आदेश को मैं उसी प्रकार तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों के नमक कानून को तोड़ा था।
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी सत्यपथ
पीएचडी इन हिस्ट्री इंडोलॉजी आर्कियोलॉजी देलही यूनिवर्सिटी। 50 यूनिट से अधिक स्वैच्छिक रक्तदान। विगत 35 वर्षों में 10हज़ार पेड़ों का वन उद्यान जिससे 2हज़ार लोगों को प्रतिदिन निशुल्क ऑक्सीजन मिलता है।
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