11 मार्च 2024
"परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय संविधान पीठ
सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय""
"परम सम्मान देते हुए
संविधान के भाग दो "नागरिकता"में पंथ के आधार पर नागरिकता का प्रतिषेध है। संविधान की आत्मा समानता"से निर्मित है। CAA में प्रयुक्त "गैर मुस्लिम"शब्द संविधान की मूल आत्मा समानता एवं नागरिकता में"पथ आधार पर भेदभाव न किए जाने "की हत्या है।
CAA मैं प्रयुक्त गैर मुस्लिम शब्दावली हटा दी जाए समानता की आत्मा से निर्मित संविधान एवं नागरिकता की रक्षा की जा सके
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी
snm.190807@yahoo.co.in
9515418263
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