रघुबर दयाल शुक्ल गुरु जी संवाददाता सिधौली -सीतापुर ।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर आदर्श नगर पंचायत तहसील सिधौली की पुरानी बस्ती में स्थित अंति प्राचीन शीतला माता मंदिर है जहां शारदीय और चैत्र नवरात्र में अपार भीड़ होती है।
भारतीय नववर्ष चैत्र नवरात्र में शीतला माता मंदिर में धर्म प्रेमी महिलाओं द्वारा नित्य प्रति प्रातः पूजन अर्चन और सायं आरती में सैकड़ों की उपस्थिति रहती है।
सिद्धेश्वर नगर में श्री राम सिंह श्रीवास्तव के आवास के बाहर हजारों वर्ष पुरानी नीम पेड़ के नीचे शीतला माता की मठिया बनी थी जहां नवरात्र और होली की शीतला अष्टमी पर बसेऊठा भोजन चढ़ा कर पूजन किया जाता है।
धार्मिक रुचिवान व्यक्तियों द्वारा नीम पेड़ गिर जाने पर माता जी के भव्य मंदिर का निर्माण करा दिया गया है।
आलोक शर्मा,कन्हैयालाल दीक्षित ,अनुज मिश्र, द्वारा प्रतिदिन सायं पुजारी अवधेश शुक्ला द्वारा माता जी के दरबार में आरती की जाती है जिसमें सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों की उपस्थिति रहती है।
शीतल माता के मंदिर में श्रृद्धांलुओंकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ऐसी मान्यता प्राचीन काल से चली आ रही है। बच्चों आदि के चेचक प्रकोप में यहां पाल्यों द्वारा मां की पूजा होती है और यहां के जल (नीर)को लगाने तथा पीने से चेचक रोगी को बहुत लाभ मिलता है। नववधू भी माता जी से आशीर्वाद लेकर ग्रहस्थ जीवन में प्रवेश करती है।अति प्राचीन शीतला माता मंदिर के दरबार की अभूतपूर्व महिमा है, माता सभी का कल्याण करती हैं और नगर सिधौली में महामारी से बचाती हैं।
जय जय शीतला माता दरबार।
आरती के समय रामसिंह श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, ठाकुर ज्ञानू सिंह, विनीत श्रीवास्तव, राम नरेश राजपूत, शीतल मिश्र, रघुबर दयाल शुक्ल गुरु जी, अभय, प्रदीप मिश्र गुरु जी,मिश्र,अनुजमिश्रछुन्ना, बृजेन्द्र श्रीवास्तव,छोटू बाजपेई,रामू शुक्ल, अनिल कुमार शर्मा, आलोक शर्मा, अर्चना शर्मा सहित तमाम महिलाओं की उपस्थिति रही।
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