"महामहिम राष्ट्रपति महोदया'
ज्ञापन द्वारा
श्रीमान आयुक्त गोरखपुर
"बनारस सत्याग्रह "महान मजदूर दिवस' एक मई
मै ऐसी किसी सत्ता का पतन चाहता हूं जो हमारा जीवन'एवं स्वतंत्रता' कर"एवं कीमत' की जंजीरों में जकड़ता है"
हमें गांधी का सत्य अहिंसा स्वराज भगत सिंह का समाजवाद अंबेडकर का संविधान चाहिए.न कम न अधिक"
मुझे मेरे हिस्से का लोकतंत्र चाहिए मेरे सभी पत्रों का जवाब चाहिए
आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा"मार्ग"शिक्षा चिकित्सा जनसंचार"पर "कर"क्यों?हमारे पास एक पैसे नहीं की हम जीवन की उक्त ज़रूरतें खरीद सकें ऊपर से कर'एवं कीमतों' में वृद्धि. 5 किलो अनाज मैं जीवन तलाश करने वाले 80 करोड़ 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास एक पैसे नहीं है चीनी तेल दाल दवा कैसे खरीदेंगे? उनके बच्चे शिक्षा चिकित्सा संचार कैसे हासिल करेंगे? बड़ी मुश्किल से कर्ज आदि लेकर लोग छोटी सस्ती गाड़ी खरीदते हैं वन टाइम रोड टैक्स देते हैं सड़कों पर जाते हैं तब सरकार रोड टैक्स लेती हैं डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹100 लीटर बेच रहे हैं घरेलू गैस सिलेंडर ₹1200 बेच रहे हैं. वोट के लिए सरकार थोड़ा सस्ता की हैं
कर' एवं कीमतों' में वृद्धि से पूर्व क्या आपने 142 करोड लोगों से पूछा ? क्योंकि यह 142 करोड लोगों की डेमोक्रेसी है और आप उसके नुमाइंदा हैँ. कर लगाने वाले राजा नहीं. चंडीगढ़ में जीएसटी परिषद की बैठक में जीएसटी मंत्रियों ने खाने पीने पर कर क्यों लगाया? क्या पार्लियामेंट चंडीगढ़ में है? सड़क से मंत्री ने जीएसटी कैसे लगाया? टैक्सेशन संसद का विषय है आप लोग लेजिसलेशन'कॉन्स्टिट्यूशन' की हत्या क्यों कर रहे हैं?
आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा जीवन से अभिन्न है प्राण है इस पर कर लगाने का अर्थ है जीवन छीन लेना.अनुच्छेद 21 की हत्या. पथकर लगाने का अर्थ है कहीं आने जाने की स्वतंत्रता का हनन. शिक्षा चिकित्सा जनसंचार के बिना जीवन असंभव है इसे ऊंची कीमतों पर बाजार में बेचने का अर्थ है गरीबों एवं कुपोषितों का जीवन बाजार में बेचना.
विगत वर्षों में प्रेषित सैकड़ो पत्रों ज्ञापनों में मैंने आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा पर gst समाप्त करने निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त करने या प्रत्येक टोल पर दोनों तरफ एक-एक टोल लेन फ्री करने की बात लिखी ताकि जिनके पास पैसा न हो वह भी कहीं आने-जाने की स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित न हो. शिक्षा चिकित्सा जनसंचार एक समान एवं फ्री करने का निवेदन किया ताकि जिन 102 करोड लोगों के पास फूटी कौड़ी नहीं है उनको भी जीवन की उक्त ज़रूरतें जिनके बिना जीवन नहीं चल सकता मिल सके डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹50 प्रति लीटर करने गैस सिलेंडर 500 तथा गरीबों को फ्री गैस देने की बात लिखीं यह भी लिखा कि यदि संभव नहीं है तो सरकार मनमोहन सिंह के जमाने की कर एवं कीमत लागू कर दे यदि यह भी संभव नहीं है तो सरकार सत्ता छोड़ दे
"महोदया "
संविधान हमें जीवन एवं स्वतंत्रता की रक्षा का अधिकार देता है भगत सिंह जिन्हें मैं भारत कहता हूं उनका कथन है "अगर कोई सरकार जनता को इसकी बुनियादी अधिकारों से वंचित रखती है तो जनता का यह अधिकार ही नहीं बल्कि आवश्यक कर्तव्य बन जाता है कि ऐसी सरकार को बदल दे या समाप्त कर दे" सत्य एवं अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं कि क्रूर सत्ता को स्वीकार करना जीवन'मानवता'स्वतंत्रता'एवं संविधान का पतन है.
एक सच्चे सत्याग्रही से साथ व्यवहार कैसा हो?
इंडिया अगेंस्ट करप्शन में अन्ना हजारे( उन्हें मैं दूसरा गांधी मानता हूं) के सपोर्ट में 8 दिन अनशन (16अगस्त 2011 से 23 अगस्त 2011 तक) के दौरान सरकार की सम्यक दृष्टि थी. 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी के "चाय पर चर्चा"कार्यक्रम जिसे गोरखपुर में मैं संचालित कर रहा था,सरकार सहज थी सहयोग कर रही थी. एक बार भी पीछे धकेलने की कोशिश नहीं की परंतु आपकी पुलिस,गांधी जयंती 2 अक्टूबर जिसने हमें आजादी दिलाई, मुझे अरेस्ट कर मुकदमा लगाई क्यों बांसफोर' स्वीपर' मेहतर स्टोन कटर डोम के जीवन की हिफाजत के लिए अनशन पर बैठा था.
प्रतिलिपि:-- प्रधानमंत्री वित्त मंत्री भूतल परिवहन मंत्री
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी
9415418263 snm.190907@yahoo.co in
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