यदि यूजीसी नेट योग्य नहीं तो विवि के 300 आचार्य योग्य कैसे...?: पूर्वांचल गांधी


''महामहिम राज्यपाल कुलाधिपति''
'सत्य इकलौता मार्ग है जिस पर मैं चलता हूं और यह न्याय’से अभिन्न है'
जब सेक्रेटरी गवर्नर को टर्मिनेट नहीं कर सकता तब 'शासन का आदेश'यूजीसी रेगुलेशन'नेट की हत्या कैसे कर सकता? 
यदि यूजीसी नेट योग्य नहीं तो विवि के 300 आचार्य योग्य कैसे?
धैर्य की सीमाएं टूट चुकी हैं. 28 अप्रैल से सत्याग्रह

 'परम सम्मान देते हुए'
जीवन'जीने का आधार'अध्ययन'अध्यापन'रिसर्च'मेधा'चरित्र' अनुशासन'सब कुछ दीदउ गोवि ने 'निर्ममता'से कुचल दिया.
कोई व्यक्ति'संस्था'शासनादेश'मेरे जीवन काल तक मुझे अयोग्य नहीं ठहरा सकता।ऐसा करना यूजीसी रेगुलेशन'नेट की हत्या है।मेरी योग्यता शासनादेश संदर्भित है एवं अखिल भारतीय परीक्षा उत्तीर्ण कर हासिल की गई है।

प्राच्यविद'इतिहासकार'प्रोफेसर जयमल राय (92)गोवि,
 9450886796,8887577547 द्वारा जांच का विषय है कि इंसेंट हिस्ट्री आर्कियोलॉजी'कल्चर'हिस्ट्री'विषय में मुझसे उत्तम शैक्षिक अभिलेख किस आचार्य के पास है?PG प्रथम श्रेणी'यूजीसी नेट'JRFआर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया' फ्री पीएचडी सबमिटेड (2004)गो.वि पीएच.डी इन  आर्कियोलॉजी'देलही यूनिवर्सिटी।मेरी रिसर्च बुक 'पुरातत्व की अनुसंधान प्रणाली'पीजी स्तर पर देश-विदेश केविश्वविद्यालयों में'मेथड्स एंड थ्योरी'की एकमात्र पुस्तक। अमेजॉन एवं फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध.

जीवन'एवं सम्मान'जो मेरा मौलिक अधिकार'है वि.वि वापस
करे@30 अगस्त 2003 से वरिष्ठता क्रमानुसार प्रोफेसर पद पर नियुक्त करे @'योग्यता’एवं प्रक्रियागत'मेरी नियुक्ति को 'तथाकथित नियुक्ति'लिखकर की गई 'मानहानि'के लिए विवि 10 करोड़ रूपये दे.अन्यथा अस्वस्थ'होने के बावजूद 28 अप्रैल से अधिकार हासिल'होने तक'विवि गेट पर' सत्याग्रह' करूंगा जिसकी जिम्मेदारी मा'कुलपति'की होगी

प्रति:--मा कुलपति मा प्रति कुलपति श्रीमान कुलसचिव गो.वि
श्रीमान मुख्य सचिव उ प्र 
श्रीमान आयुक्त'जिलाधिकारी’एसएसपी'गोरखपुर
 
डॉ संपूर्णानंद मल्ल           
   पूर्वांचल गांधी
यूजीसी नेट'पीएचडी इन आर्कियोलॉजी'हिस्ट्री डिपार्टमेंट' फैकल्टी ऑफ़ सोशल साइंसेज'देलही यूनिवर्सिटी'
सत्यपथ गोविंद नगरी बशरतपुर थाना शाहपुर गोरखपुर
9415418263

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